हरियाना(द स्टैलर न्यूज़)रिपोर्ट: प्रीति पराशर । प्रसिद्ध विद्वान, समाज सेवी, चिरकाल तक अध्यापन कार्य से जुड़़े रहे श्री देवराज शास्त्री की सातवीं पुन्यातिथि पर उनके सपुत्रों कैप्टन नरेंद्र कुमार शर्मा एवं राकेश कुमार शर्मा द्वारा श्री राम चरित मानस जी का पाठ करवाया गया। इस मौके विख्यात वांसुरी वादुक नीलकंठ शास्त्री भानोवाल वालों ने यहां श्री राम चरित मानस का मूल अर्थ उपस्थिति को समझाया, वहीं भक्ति मार्ग का सीधा और सरल उपाय भी बताया। उन्होंने कहा कि भक्ति मार्ग से होते हुए ही परमात्मा मिलन तक पहुंचा जा सकता है और इसके लिए सद्गुरु की आवश्यकता होती है।
इस मौके विशेष रुप से पधारे सफरी जी ने कहा कि माता-पिता का आर्शीवाद नहीं मिलता, दर-दर भटकने से हमें कुछ प्राप्त होने वाला नहीं है। बाद में नरेंद्र शर्मा, राकेश शर्मा ने सिद्धेश्वर श्री बाबा श्रवण नाथ जी के पावन दरबार में वंधू वांधवो सहित विशाल भंडारे का आयोजन भी किया। मंदिर कमेटी द्वारा उन्हें बाबा जी के आर्शीवाद स्वरुप स्मृति चिन्ह देकर सम्मानित किया गया। विशाल कतना तथा कृष्ण गोपाल होशियारपुर ने अपने भजनों से उपस्थिति को ज्ञान गंगा के गोते लगवाए।
इस अवसर पर बलराज, विवेक, रमेश चंद्र, महेश चंद्र, अभिव, अजय शर्मा, गणेश दत्त, शाम मुरारी, अन्र्तयामी, अमरजीत शर्मा, रघुनंदन, चंदन, अतुल, राकेश शर्मा, सोहन लाल, गीतपाल सिंह, नरेंद्र कुमार, अशोक डढवाल, रुप सिंह, रमेश सिंह, अजमेर सिंह, कशमीर सिंह, वरुण शर्मा, गिरी कौशल, राहुल, अनिल शर्मा, अरुण, राकेश दत्त, शास्त्री देवी, अनुशील, रेनू, सुमन, भावना, शशी, राज, मुस्कान, रविकला, चंचला, दुलारी, पूजा, अमित, हनीश व रियांश आदि मौजूद थे।