हमीरपुर (द स्टैलर न्यूज़), रिपोर्ट: रजनीश शर्मा। विकास के साथ कई दुश्वारियां झेल रहे हजारों लोगों के लिए एनएच 03 पूर्ण रूप से बन जाने पर कई खुशियां लेकर भी आएगा। शुरू से ही सर्वे, अलाइनमेंट, निर्माण, कटिंग और गुणवत्ता को लेकर विवादों में घिरा हमीरपुर से मंडी बन रहा एनएच 03 के निर्माण ने कुछ आंदोलनों के बाद रफ्तार पकड़ ली है। हमीरपुर से लेकर आवाहदेवी, सरकाघाट, धर्मपुर, कोटली होते हुए मंडी की दूरी वर्तमान में 124 किलोमीटर है जो घटकर 109 किलोमीटर रह जाएगी । इतना ही नहीं रोड कंप्लीट होने पर हमीरपुर से मंडी वाया सरकाघाट, धर्मपुर मंडी का सफर 2 घंटे कम समय में पूरा होगा। हमीरपुर से मंडी तक कुल 40 बस स्टॉप और वर्षा शालिकाओं का निर्माण होना अभी शेष है। इसके साथ ही हमीरपुर के पास और धर्मपुर के पास दो टोल प्लाजा भी लगाए जाने हैं। ट्रकों के लिए सरकाघाट और धर्मपुर में दो ट्रक बेज बनने हैं। टोल प्लाजा पर टॉयलेट, फस्र्ट एड, इमरजेंसी सर्विस की सुविधा उपलब्ध रहेगी।
एनएच 03 की घोषणा 7 जुलाई 1999 को एनएच 70 के रूप में जालंधर से मंडी के रूप में हुई। बाद में एनएच 70 को नया नंबर एनएच 03 दे दिया गया। जालंधर से मंडी तक वाया अवाहदेवी की दूरी 265 किलोमीटर की है। इसमें 58.4 किलोमीटर पंजाब और 206.6 किलोमीटर हिमाचल में है। नई अधिसूचना में अब अटारी से लेकर लेह तक घोषित एनएच 03 की दूरी 556.44 किलोमीटर है। इसमें 177.44 किलोमीटर पंजाब , 170 किलोमीटर लद्दाख और शेष हिमाचल में है। पंजाब, हिमाचल और लद्दाख से गुजरने वाले इस एनएच को हमीरपुर जिला के अणु से मंडी तक तीन पेकेज में करीब 109 किलोमीटर बनाने का काम इन दिनों चला हुआ है।
दो जिलों के 93 गांवों की 155.2223 हेक्टेयर जमीन अधिग्रहित की गई। 109 किलोमीटर लंबे बन रहे एनएच 3 के लिए हमीरपुर और मंडी जिला के 93 गांवों की 155.2223 हेक्टेयर जमीन अधिग्रहित की गई है। इसमें करीब 59 हेक्टेयर फॉरेस्ट लैंड और 50 हेक्टेयर सरकारी भूमि है जबकि 44 हेक्टेयर जमीन का मुआवजा भू मालिकों को दिया गया है। इसमें सुजानपुर, बमसन, भोरंज, सरकाघाट, धर्मपुर, कोटली और मंडी 7 तहसीलें शामिल है। इस बारे में एनएचएआई के साइट इंजीनियर सुशील कुमार ने कहा कि एनएच 03 का काम पूरा होने पर यह लोगों को आसान, सुरक्षित और सुविधापूर्ण यात्रा में अहम भूमिका निभाएगा। इससे वक्त और पेट्रोल डीजल की भी बचत होगी।