तीज के त्योहार का सार महिलाओं के बीच एकजुटता है: साध्वी मीमांसा भारती

होशियारपुर (द स्टैलर न्यूज़)। दिव्य ज्योति जाग्रति संस्थान द्वारा स्थानीय आश्रम गौतम नगर में तीज का त्यौहार मनाया गया। जिसमें आशुतोष महाराज जी की शिष्या साध्वी सुश्री मीमांसा भारती जी ने बताया कि तीज मुख्य रूप से महिलाओं का त्योहार है, जो महिलाओं के बीच उत्साह और उमंग को लाता है। इस त्योहार में महिलाएँ हाथों में मेंहदी लगाती है, नृत्य करती है, मस्ती भरे गीत गाती है और झूले झूलती हैं। डी.जे.जे.एस. संतुलन का मानना है कि इस त्योहार का महत्व इन सभी से ऊपर है। यह त्योहार महिलाओं के गौरव को बढ़ाने एवं नारीत्व के जश्न मनाने का दिन है।

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इस दृष्टिकोण को देखते हुए, डी.जे.जे.एस. संतुलन ने सावन के महीने में विभिन्न शहरों में महिलाओं के साथ ‘टेक अ राइड, सेव द गर्ल चाइल्ड’ नामक एक जन-संवेदी अभियान का आयोजन किया। पंजाब में ऐसे ही एक समारोह का आयोजन किया गया। तीज पर्व विशेषत: महिलाओ को समर्पित होता है। अत: महिलाएँ इस पर्व में पूरी जोश और उत्साह के साथ भाग लेती है। इस कार्यक्रम को डी.जे.जे.एस होशियारपुर में भी मनाया गया। कार्यक्रम में स्वयंसेवकों द्वारा एक प्रेरणादायक नाटिका को प्रस्तुत किया गया, जिसमें हर क्षेत्र में महिलाओं के भागीदारी एवं उनके महत्व पर जोर दिया गया। इसके बाद आनंदमय पारंपरिक नृत्य का प्रदर्शन किया गया। 

आगे साध्वी ज बताया कि आज दुनिया भर में महिलाएँ अनेकानेक उपलब्धियाँ हासिल कर रही है परंतु फिर भी समाज में महिलाओं को अधीन ही समझा जाता है। उन्होंने  इस बात पर जोर देकर कहा कि तीज के त्योहार का सार महिलाओं के बीच एकजुटता है। महिलाओं को गर्व और खुशी के साथ नारीत्व को अपनाना चाहिए और एक दूसरे की मदद करनी चाहिए।अंत में सभी प्रतिभागियों ने बेटियों को बचाने का संकल्प लिया। कार्यक्रम-संतुलन, महिलाओं को आत्मा के स्तर पर सशक्त बनाकर उन्हें शक्तिहीनता के सभी बंधनों से मुक्त करने का प्रयास कर रहा है। सशक्तिकरण की यह  भावना अंततः महिलाओं से संबंधित मुद्दों को जमीनी स्तर से मिटा देगी और एक लिंग-समावेशी दृष्टिकोण स्थापित करेगी। इस कार्यक्रम में भारी मात्रा में श्रद्धालुगण शामिल हुए।

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