होशियारपुर (द स्टैलर न्यूज़)। थल सेना दिवस के मौके पर भारत विकास परिषद की तरफ से वार मैमोरियल पर पहुंचकर देश के महान सपूतों को श्रद्धासुमन अर्पित किए गए। प्रधान राजेन्द्र मोदगिल की अगुवाई में आयोजित किए गए श्रद्धांजलि समारोह में प्रांतीय कनवीनर व प्रमुख समाज सेवी संजीव अरोड़ा ने विशेष तौर से पहुंचकर श्रद्धांजलि भेंट की। इस मौके पर श्री अरोड़ा ने कहा कि 15 जनवरी का दिन हर साल थल सेना दिवस के रुप में मनाया जाता है। 1949 में सेना के पहले मार्शल केएम करिअप्पा ने अंतिम ब्रिटिश जनरल फ्रांसिस बुचर से कमांडर इन चीफ का पदभार संभाला था व वह आजाद भारत के पहले आर्मी चीफ थे। उसी दिन से यह दिन थल सेना दिवस के रुप में मनाया जाता है।
श्री अरोड़ा ने कहा कि देश की आजादी से लेकर अब तक हमारी सेना के वीर जवानों ने देश के लिए अपने प्राणों की आहुति डालकर हमें सुरक्षित किया है। उन्होंने कहा कि हमें अपनी सेना पर गर्व है और रहती दुनिया तक हमारे शहीद हमारे युवाओं की प्रेरणा बने रहेंगे तथा उनकी प्रेरणा से ही आज के युवा भारतीय फोज में भर्ती होकर देश की सेवा के लिए तत्पर हैं। इस अवसर पर राजेन्द्र मोदगिल ने कहा कि भारतीय सेना विश्व की सबसे ताकतवर सेनाओं में से एक है और हमारे वीर बहादुर सैनिक विकट परिस्थितियों में रहकर देश सेवा कर रहे हैं। उन्होंने कहा कि हम इनका ऋण कभी नहीं उतार सकते।
श्री मोदगिल ने कहा कि देश की सेवा में होशियारपुर से भी सैकड़ों की संख्या में हमारे जवान शहादत का जाम पी चुके हैं और आज भी हजारों सैनिक देशसेवा में अपना फर्ज निभा रहे हैं। इस अवसर पर शाखा बग्गा, विजय अरोड़ा, नवीन कोहली, कुलविंदर सिंह सचदेवा, तरसेम मोदिगल, अमित शर्मा, जगदीश अग्रवाल, नितिन गुप्ता, कुलवंत सिंह पसरीचा, दीपक मेहंदीरत्ता, रविंदर भाटिया सहित अन्य गणमान्यों ने सैनिकों के सम्मान में सैलूट किया और उन्हें श्रद्धाके पुष्प भेंट किए।