होशियारपुर (द स्टैलर न्यूज़)। सामाजिक संस्था सवेरा के संयोजक डा. अजय बग्गा ने आज यहां जारी एक प्रैस विज्ञप्ति में कहा कि हमारे देश में आतंकवाद प्रभावित परिवारों को एक जैसी राहत प्रदान नहीं की जाती। जिसके चलते आतंकवाद प्रभावित परिवार खुद को ठगा सा महसूस करते हैं तथा कहीं कहीं आतंकियों के हाथों शहीद होने वालों की आत्मा भी दुखी होती होगी। इसलिए केन्द्र सरकार को राज्य सरकारों के साथ तालमेल बनाकर आतंकवाद प्रभावित परिवारों को देश भर में एक जैसी राहत प्रदान करने की व्यवस्था करनी चाहिए।
डा. अजय बग्गा ने कहा कि अगर कोई व्यक्ति आतंकवादियों का शिकार होता है तो एक तरफ जहां केन्द्र सरकार उसे राहत की घोषणा करती है वहीं राज्य सरकार भी अपनी तरफ से राहत देने की बात कहती है। यहां यह भी निर्भर करता है कि किस राज्य की सरकार प्रभावित परिवार को कितना मुआवजा देती है।
हाल ही में ईराक में आतंकी संगठन आई.एस.आई.एस. ने 39 भारतीयों को मार दिया था। इनमें 27 पंजाब, 4 हिमाचल तथा 8 अन्य राज्यों से संबंधित थे। इनमें प्रत्येक राज्य की सरकार ने अपने-अपने हिसाब से पीडि़त परिवारों को राहत की घोषणा की। जिससे कहीं न कहीं पीडि़त एवं प्रभावित परिवारों के मन में सरकारों के प्रति अनुकूल एवं प्रतिकूल व्यवहार का आना स्वभाविक है।
विडम्बना है कि हमारे देश में अगर किसी नेता या बड़े घराने का कोई व्यक्ति आतंकवाद का शिकार होता है तो उसके पौते पोतियों को राहत के साथ-साथ उच्च पद पर तैनाती एवं अन्य प्रकार की सुविधाएं दे दी जाती हैं। जबकि दूसरी तरफ कई आतंकवाद प्रभावित परिवारों को राहत एवं नौकरी पाने के लिए दर-दर की ठोकरें खाने को मजबूर होना पड़ता है। भले ही सरकार द्वारा पीडि़त परिवार के किसी सदस्य को क्लास-4 की नौकरी ही क्यों न दी जानी हो। उसके लिए भी उसे नाकों चने चबाने पड़ते हैं।
डा. बग्गा ने जन प्रतिनिधियों से अपील की कि वे इस मुद्दे पर एक मंच पर आएं और आतंकवाद से प्रभावित होने वाले परिवारों को एक जैसे मुआवजे/राहत एवं नौकरी आदि की व्यवस्था पर सहमति बनाएं।