धार्मिक कार्यों से मन होता है शांत व शुद्ध: स्वामी वृंदावन दास

होशियारपुर (द स्टैलर न्यूज़), रिपोर्ट: पुष्पिंदर। श्री गोबिंद गोधाम गौशाला आदमवाल रोड, नजदीक कुष्ट आश्रम होशियारपुर में मूर्ति स्थापना समारोह के उपलक्ष्य में आयोजित श्रीमद् भागवत कथा यज्ञ के मौके पर श्री मद्भागवत कथा का सार बताते स्वामी वृंदावन दास जी ने कथा को विश्राम दिया। उन्होंने कहा कि श्रीमद्भागवत कथा मनुष्य को एक नई दिशा प्रदान करती है। परिवर्तन संसार का नियम है। नियमानुसार चलने पर ही मानव जीवन मोक्ष प्राप्त कर सकता है।

Advertisements

गौशाला में आयोजित श्री मद्भागवत कथा श्रद्धापूर्वक संपन्न

सनातन धर्म, भारतीय संस्कृति, सदग्रंथों की जानकारी देते कहा कि शुभ व धार्मिक कार्य से मन शुद्ध होता है और लोकहित की ओर अग्रसर करता है। साधना के लिए सयंम और धैर्य सबसे बड़े शस्त्र होते हैं। इनके बिना मनुष्य साधना, अराधना, प्रार्थना और उपासना से प्रभु की प्राप्ति नहीं कर सकता।

श्री गौ सेवा समिति, स्वामी मोहनानंद संकीर्तन मण्डल समिति सदस्य कुलदीप सैनी, दलीप बिल्ला, राकेश मरवाहा ने बताया कि इस उपलक्ष्य में साध्वी सुश्री भुवनेश्वरी देवी जी महाराज कटड़ा बटौत, स्वामी कृष्णा नंद जी महाराज राष्ट्रीय परमा अध्यक्ष गौ सेवा मिशन, स्नेहमयी मां स्नेह अमृतानंद जी (भृगु शास्त्री), बाबा अवतार नाथ जी विशेष तौर पर उपस्थित हुए।

इस अवसर पर सूरज प्रकाश, शुभ लता, जतिंदर यादव, पार्षद मोहन लाल पहलवान, कृष्ण देव महिंदरु, राकेश मनकोटिया, हरीश शर्मा, महिंदर पाल पथरिया, गुलशन नंदा, बावी, वरिंदर नंदा, अशोक सैनी, राजीव नरुला, भूपिंदर, जतिंदर गुप्ता, सुरिंदर अरोड़ा, राकेश कुमार, विनोद धीमान, मिंटू मुखिया, सुमन व श्यामा आदि उपस्थित थे।

LEAVE A REPLY

Please enter your comment!
Please enter your name here