होशियारपुर(द स्टैलर न्यूज़),रिपोर्ट: जतिंदर प्रिंस/गुरजीत सोनू। स्पैशल ओलंपिक्स की तरफ से जगजीत सिंह सचदेवा आशाकिरण स्पैशल स्कूल के सहयोग से चौथा राज्य स्तरीय कल्चरल कंपीटिशन उमंग 2019 पंजाब यूनिर्वसिटी के रीजनल कैंपस स्वामी सर्वानंद गिरी में शनिवार को शुरू हो गया। इस 2 दिवसीय समागम का सीधा प्रसारण “द स्टैलर न्यूज़” के माध्यम से फेसबुक पेज पर दिखाया जा रहा है। कार्यक्रम का आगाज स्पैशल बच्चों द्वारा कार्यक्रम के मुख्य मेहमान निर्मल बंग सिक्योरिटीज के वाईस चेयरमैन व ज्वाईंट एमडी दलीप बंग तथा योगेश झावेरी को फूलों का बुके देकर किया।
-दिल है छोटा, सा छोटी सी आशा, मां तूझे सलाम वंदे मातरम, पापा कहते है बेटा नाम करेगा गीतों पर कोरियोग्राफी कर बच्चों ने मनवाया प्रतिभा का लोहा
दलीप बंग ने आशादीप वेल्फेयर सोसायटी को किया पांच लाख रूपये का चैक भेंट
जिसके बाद प्रोजेक्ट चेयरमैन परमजीत सिंह सचदेवा व आशादीप वैल्फेयर सोसायटी के पदाधिकारियों द्वारा ज्योति प्रज्जवलित करके किया। ज्योति प्रज्जवलित करने के बाद स्पैशल बच्चों द्वारा धार्मिक गीत से कार्यक्रम की शुरूआत की। जे.एस.एस. आशा किरण स्कूल मैनेजिंग कमेटी के प्रधान मलकीत सिंह मेहरू ने सभी गणमान्यों का स्वागत किया व आशादीप सोसायटी द्वारा किये जा रहे कार्यो की विस्तारपूर्वक जानकारी दी। इस दौरान मुख्यमेहमान निर्मल बंग सिक्योरिटीज के वाईस चेयरमैन व ज्वाईंट एम.डी. दलीप बंग ने कहा वो स्पैशल बच्चों का प्रोग्राम देखकर दंग रह गए क्योंकि उन्हें एक पल के लिए लगा ही नहीं कि ये कोई स्पैशल बच्चों का प्रोग्राम है।दलीप बंग ने आशादीप वेल्फेयर सोसायटी को पांच लाख रूपये का चैक भेंट किया व भविष्य में भी सहयोग करने का भरोसा दिया। इस दौरान जे.एस.एस. आशा किरण इंस्टीच्यूट के विद्यार्थियों द्वारा गैस्ट आईटम भी पेश की गई। प्रोग्राम में गणमान्यों को सम्मान चिन्ह देकर सम्मानित किया गया।
उमंग कार्यक्रम संबंधी प्रौजेक्ट चेयरमैन परमजीत सिंह सचदेवा ने बताया कि इसकी शुरूआत 2016 में की गई थी और उसके बाद निरंतर हर वर्ष इस इवेंट को करवाया जा रहा है। उन्होंने बताया पहले स्पैशल ओलंपिक्स खेलों के बाद एक दिन बच्चों के कल्चर प्रोग्राम करवाये जाते थे और इनमें बच्चों की रूचि देखते ही बनते थी। उन्होंने बताया बच्चों की इसी खुशी व उनकी छिपी हुई प्रतिभा को निखारने के लिए 2016 से वो इस प्रतियोगिता को करवा रहे है। उन्होंने बताया कि डांस प्रतियोगिता में भाग लेकर स्पैशल बच्चे ज्यादा आनंद करते हैं। उन्होंने बताया कि इस प्रतियोगिता में पंजाब की 28 टीमों के 350 प्रतियोगी अपनी कला का प्रदर्शन कर रहें है।
उन्होंने बताया इसमें बच्चों को आयु वर्ग में बांटा है जिसमें अंडर 15 की अलग टीमें हैं और 15 साल से ज्यादा आयु वर्ग की अलग टीमें बनाई गई है। इसके अलावा जिन स्कूलों 50 से अधिक स्टूडेंटस है उन्हें एक ग्रुप में रखा है ओर 50 से कम वालों को दूसरे ग्रुप में रखा है। आज हुए मुकाबलों में यूनीफाईड आईटमस के अलावा लडक़े, लड़कियों के ग्रुप डांस मुकाबलें करवाए गए। इन मुकाबलों में बच्चों ने दिल है छोटा, सा छोटी सी आशा, मां तूझे सलाम वंदे मातरम, राजस्थानी गीतों पर कोरियोग्राफी, पापा कहते है बेटा नाम करेगा, बचपन बरगी मौज नहीं लभनी, यारां नाल बहारा के अलावा गीतों पर कोरियोग्राफी की धमाल मचा वाह-वाही लूटी। इस अवसर पर प्रधान मलकीत सिंह मेहरू, मलकीत सिंह सौंध, हरबंस सिंह, राम आसरा, मस्तान सिंह ग्रेवाल, अवतार सिंह तथा प्रिंसीपल शैली शर्मा, रणवीर सचदेवा के अलावा शहर के गणमान्य भी मौजूद थे।