होशियारपुर (द स्टैलर न्यूज़)। अरोड़ वंश के संस्थापक श्री अरुट महाराज जी का जन्मदिवस अरोड़ा महासभा होशियारपुर की तरफ से प्रधान सेठ श्याम नरुला की अध्यक्षता में बहुत ही श्रद्धा एवं उत्साह के साथ मनाया गया। इस मौके पर उपस्थित हुए समस्त पदाधिकारियों एवं सदस्यों ने श्री अरुट जी महाराज के जन्मदिवस पर उन्हें अपने श्रद्धासुमन अर्पित किए और उनके दिखाये मार्ग पर चलने का संकल्प दोहराया।
अरोड़ा महासभा होशियारपुर ने अरोड़ा वंश के संस्थापक श्री अरुट महाराज का जन्मदिवस मनाया
इस मौके पर सेठ श्याम नरुला ने बताया कि श्री अरुट जी महाराज भगवान श्री रामचंद्र जी के वंशज थे व इन्होंने भगवान परशुराम जी से शिक्षा ग्रहण की थी। श्री नरुला ने बताया कि देश में जब-जब देश व धर्म पर कोई खतरा मंडराया है, तब-तब अरोड़ा बिरादरी ने श्री अरुट जी महाराज के सिद्धांतों पर चलते हुए कुर्बानियां देने से कभी पैर पीछे नहीं खींचा बल्कि आगे बढक़र देश व धर्म की रक्षा की है। उन्होंने बताया कि देश व धर्म के साथ-साथ सामाजक उत्थान में भी अरोड़ा बिरादरी का अहम योगदान रहा है और वर्तमान समय में अरोड़ा महासभा होशियारपुर की तरफ से कई सामाजिक प्रकल्प चलाए जा रहे हैं, जैसे जरुरतमंद परिवार की लड़कियों की शादी, जरुरतमंद बच्चों को शिक्षा तथा पर्यावरण के क्षेत्र में काम किया जा रहा है।
इस मौके पर प्रदेश महासचिव कमलजीत सेतिया एवं जिला सचिव संजीव अरोड़ा ने कहा कि अरोड़ा बिरादरी हिन्दू-सिख एकता का प्रतीक है। उन्होंने श्री अरुट जी महाराज की जीवनी पर प्रकाश डालते हुए उनके सिद्धांतों, आदर्शो एवं जीवनी से प्रेरणा लेकर आपसी भाईचारे को बनाए रखने पर बल दिया। उन्होंने कहा कि समाज सेवी कार्यों में तेजी लाने के लिए अरोड़ा महासभा सदैव प्रयासरत रही है तथा भविष्य में सभा द्वारा इस क्षेत्र को और बढ़ाया जाएगा। इस मौके पर अरोड़ा रविंदरपाल सिंह सेठी, अरोड़ा दविंदरपाल, अरोड़ा सुषमा सेतिया, अरोड़ा राजिंदर सिंह सचदेवा, अरोड़ा सुरेश खट्टड़, अरोड़ा जसदीप सिंह पाहवा, अरोड़ा राकेश खट्टड़, दीपक मेहंदीरत्ता, अरोड़ा अंकुश खट्टड़, दीपक नरुला, विशाल अरोड़ा, सुनील मखीजा, सुभाष चावला, विजय अरोड़ा, हरिंदर अरनेजा, कुलवंत सिंह पसरीचा, बिंदर सिंह पसरीचा, अनिल पाहवा, रवि मनोचा, इंदरपाल सिंह कथूरिया, गुरचरन सिंह गुलाटी, गुरविंदर गुलाटी, राज कुमार मलिक, एस.पी. सिंह, अनिल परुथी सोनू, चरनजीत सिंह सहित अन्य सदस्य मौजूद थे।