होशियारपुर (द स्टैलर न्यूज़)। कैटल पाउंड फलाही कहने को भले ही कैटल पाउंड हो, मगर इसे पूर्ण रुप से गौशाला का रुप दिया जाएगा। इसके लिए सामाजिक संस्था नई सोच द्वारा जहां छोटे बछड़ों के लिए नई खुरलियां बनवाने का कार्य शुरु किया गया है वहीं बड़े गौधन की टूटी खुरलियों की मरम्मत भी करवाई जाएगी। यह जानकारी सामाजिक संस्था नई सोच के संस्थापक अध्यक्ष अश्विनी गैंद ने कैटल पाउंड फलाही में खुरलियों के कार्य का शुभारंभ करवाने दौरान कही।
-नई सोच ने छोटे बछड़ों के लिए नई एवं बड़े गौधन के लिए टूटी खुरलियां की मरम्मत का कार्य किया शुरु
अश्विनी गैंद ने बताया कि संस्था द्वारा प्रत्येक सदस्य के सहयोग एवं शहर के दानी सज्जनों के योगदान से कैटल पाउंड को आदर्श गौशाला के रुप में विकसित करने के प्रयास पिछले लंबे समय से किए जा रहे हैं। उन्होंने बताया कि गौशाला के भीतर हर शैड के बाहर अलग से गेट लाया जाएगा। बीमार गायों के लिए अलग से, सांडों के लिए अलग से और स्वस्थ्य गायों एवं बछड़ों के लिए अलग से बनाए गए शैडों के बाहर गेट लगाए जाएंगे।
श्री गैंद ने कहा कि गौशाला में सभी प्रबंध सुचारु ढंग से चलें इसके लिए जहां गौभक्तों को आगे आना होगा वहीं प्रशासन से अपील है कि गौशाला में कर्मियों की संख्या बढ़ाई जाए एवं चारे का नियमित प्रबंध किया जाए। इसके साथ ही गौशाला के प्रबंधों के प्रति जिम्मेदार अधिकारी नियुक्त किया जाए ताकि किसी भी समस्या के निदान के लिए उनसे संपर्क किया जा सके। इस मौके पर अशोक सैनी, नीरज गैंद, सोनू टंडन, अनूप शर्मा पादू आदि उपस्थित थे।