भरपेट राशन दे रही सरकार की नीतियां, लाखों परिवारों को मिल रही खाद्य सुरक्षा

हमीरपुर (द स्टैलर न्यूज़),रिपोर्ट: रजनीश शर्मा। सभी को अन्न मिले, सभी हृष्ट-पुष्ट रहें, इसी भावना के साथ प्रदेश सरकार द्वारा खाद्य सुरक्षा सुनिश्चित करने के लिए विभिन्न योजनाएं संचालित की जा रही हैं। प्रदेश में राष्ट्रीय खाद्य सुरक्षा अधिनियम के अंतर्गत चयनित परिवारों को तीन श्रेणियों में रखा गया है। जिनमें अंत्योदय अन्न योजना, बीपीएल (एनएफएसए) तथा प्राथमिक गृहस्थियों के लिए खाद्यान्न वितरण शामिल है। हमीरपुर जिला में वर्तमान में लगभग एक लाख 60 हजार लोगों को राष्ट्रीय खाद्य सुरक्षा अधिनियम, 2013 (एनएफएसए) के अंतर्गत लाया जा चुका है। इनमें से 1,52,299 लाभार्थी ग्रामीण तथा 7,647 शहरी क्षेत्रों के हैं।

Advertisements

माह एक सितंबर, 2018 से 31 मई, 2019 तक इन्हें 3,535 मिट्रिक टन चावल तथा 5,038 मिट्रिक टन गन्दम का वितरण किया गया है। अंत्योदय अन्न योजना, बी.पी.एल., बी.पी.एल. फॉर पी.डी.एस., अन्नपूर्णा, तिब्बतियन राशन कार्ड धारक तथा सामाजिक न्याय एवं अधिकारिता विभाग की कल्याण योजनाओं में पेंशन प्राप्त कर रहे सदस्यों के परिवार स्वत: ही इस योजना में शामिल किए गए हैं। शेष पात्र परिवारों का चयन जुलाई माह में होने वाली ग्राम सभाओं के माध्यम से किया जा रहा है। शहरी क्षेत्रों में स्थानीय निकाय लाभार्थियों का चयन कर रहे हैं। इसके अतिरिक्त सार्वजनिक वितरण प्रणाली के माध्यम से भी पात्र परिवारों को उचित मूल्यों की दुकानों पर सस्ता राशन उपलब्ध करवाया जा रहा है।

जिला में माह सितम्बर, 2018 से मई, 2019 तक 80 करोड़ 23 लाख रुपए मूल्य की वस्तुएं 1,36,849 राशनकार्ड धारकों को वितरित की गई हैं। इनमें 1464 मिट्रिक टन दाल चना, 475 मिट्रिक टन मलका, 345 मिट्रिक टन मूंग साबुत, 871 मिट्रिक टन उड़द, 2,365 मिट्रिक टन चीनी तथा 537 मिट्रिक टन आयोडीनयुक्त नमक शामिल है। खाद्य तेलों में 15,86,555 लीटर सरसों तथा 6,96,774 लीटर रिफाइंड तथा विभिन्न श्रेणियों में 9,097 मिट्रिक टन चावल और 8,669 मिट्रिक टन गंदम का आटा भी वितरित किया गया। इसके अतिरिक्त 9,35,000 लीटर कैरोसिन तेल तथा 4,82,209 रसोई गैस सिलेंडर की आपूर्ति इस अवधि में की गई है। प्रदेश सरकार के इन प्रयासों से समाज के अंतिम व्यक्ति तक कल्याणकारी योजनाओं की पहुंच सुनिश्चित हुई है और सभी को खाद्यान्न उपलब्ध करवाने की दिशा में सार्थक प्रयास दृष्टिगोचर हो रहे हैं।

LEAVE A REPLY

Please enter your comment!
Please enter your name here