होशियारपुर (द स्टैलर न्यूज़)। एस.डी.एम. कार्यालय होशियारपुर में आज वकीलों ने एस.डी.एम. मेजर अमित सरीन के खिलाफ रोष प्रदर्शन किया और उनका पुतला जलाया। एसोसिएशन के प्रधान एडवोकेट धरमिंदर सिंह जज ने कहा कि एस.डी.एम. वकीलों के साथ ठीक व्यवहार नहीं करते तथा दूसरे पक्ष के वकील को सुने बिना ही फैसला सुना देते हैं व कई बार तो फैसला भी बदल देते हैं। जिसके चलते वकीलों में काफी नाराजगी पाई जा रही है। उन्होंने कहा कि जिलाधीश ने मामले को निपटाने के लिए एस.डी.एम. को बैठक करने की बात कही थी, मगर तय समय पर वह कहीं चले गए थे। जिस पर वकीलों का रोष और बढ़ गया।
उन्होंने कहा कि बार एसोसिएशन द्वारा एस.डी.एम. अदालत का बॉयकाट किया गया है तथा उनको बदले जाने तक यह संघर्ष जारी रहेगा। इस मौके पर पूर्व प्रधान एडवोकेट कुलदीप ङ्क्षसह, वी.के.मेनन, रंजीत कुमार किट्टी, एडवोकेट इंद्रपाल ङ्क्षसह धन्ना, पलविंदर पल्लव सहित बड़ी संख्या में वकील मौजूद थे।
इस संबंध में बात करने पर एस.डी.एम. मेजर अमित सरीन ने कहा कि वह वकीलों का सम्मान करते हैं तथा उन्होंने किसी वकील का अपमान नहीं किया है। उन्होंने कहा कि जिलाधीश द्वारा बैठक करने की बात कही गई थी तथा मार्किट कमेटी में झगड़ा होने के कारण उन्हें वहां जाना पड़ गया था।
इसके बाद उन्होंने बार के उपाध्यक्ष को फोन करके आने की बात कही थी, मगर वकील नहीं आए। एस.डी.एम. ने बताया कि जिस केस की बात की जा रही है वह सीनियर सिटीजन से जुड़ा हुआ था और उस केस में 76 साल की बूढ़ी मां को उसके बेटे द्वारा मारापीटा जाता था व बेटा दो बार अपनी मां का कूल्हा (चूला) तोड़ चुका था। उन्होंने कहा कि सीनियर सिटीजल केस में अंडर सैक्शन 17 के तहत वकील की जरुरत नहीं होती, मगर फिर भी अगर कोई वकील आता है तो उन्हें कोई एतराज नहीं है। एस.डी.एम. ने बताया कि उन्होंने 5 माह में सीनियर सिटीजन से जुड़े 110 मामलों में फैसला सुनाया है तथा वकील भाईचारे को भी चाहिए कि वह सीनियर सिटीजनों के केस को नरम रुख से लें और उनके पक्ष की बात करें ताकि बूढ़ापे में कोई भी बुजुर्ग परेशान न हो।