विश्व में प्रति वर्ष करीब सवा करोड़ लोगों की मौत का कारण दूषित पानी: पूजा शर्मा

होशियारपुर (द स्टैलर न्यूज़), रिपोर्ट: जतिंदर प्रिंस। श्रीमती सरस्वती देवी मैमोरियल एजुकेशनल एंड वैल्फेयर सोसायटी की तरफ से भारत सरकार की स्कीम नई-रौशनी (अल्पसंख्यक महिलाओं में नेतृत्व विकास प्रशिक्षण) अल्पसंख्यक मामलों के मंत्रालयों के तहत हैंडहोल्डिंग की बैठक पीपलांवाला और पुरहीरां होशियारपुर में की गई। जिसमें सोसायटी कि चीफआर्गेनाइजर पूजा शर्मा ने बताया कि पूरे विश्व में प्रति वर्ष करीब सवा करोड़ मौतों के लिए दूषित जल जिम्मेदार है। करीब 1.2 अरब लोग सुरक्षित मीठा जल न मिल पाने के कारण भयंकर खतरे में जी रहे हैं। भारत में स्वच्छ पानी तक करोडों लोगों की पहुँच न होना एक गम्भीर समस्या है। विश्व में मानव आबादी के मामले में भारत दूसरे स्थान पर है और तेजी से आर्थिक विकास की ओर अग्रसर है, लेकिन आज काफी बड़ी आबादी को स्वच्छ पानी उपलब्ध नहीं है और उन्हें दूषित जल से ही गुजारा करना पड़ता है।

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दूषित जल से रोगजनक जीवों से उत्पन्न रोग डायरिया, टाइफाइड, हैजा, जापानी बुखार, पीलिया, पोलियो, गैस्ट्रो-इंटराइटिस, जुकाम, संक्रामक यकृत षोध, अतिसार, पेचिस, मियादी बुखार, अतिज्वर, हैजा, कुकुर खांसी, सूजाक, उपदंश, जठरांत्र शोथ, प्रवाहिका, क्षय रोग। पायरिया, पेचिस, निद्रारोग, मलेरिया, तथा पेट में विभिन्न प्रकार के कृमि का आ जाना जिसका स्वास्थ्य पर बुरा प्रभाव पड़ता है ओर बीमारियां होती हैं। बारिश आदि के मौसम में जब रोगों का प्रकोप ज्यादा होता है तो हमेशा बीस मिनट उबाला हुआ पानी ही पीएं। हालांकि आजकल पानी के अच्छे-अच्छे फिल्टर बाजार में उपलब्ध हैं, परन्तु उनकी कीमत अधिक है, जिस कारण हर कोई उन्हें नहीं खरीद सकता। पानी को पीने लायक बनाने के लिए बीस लीटर पानी में एक क्लोरीन की गोली डाल सकते हैं। क्लोरीन की गोली को करीब आधा घण्टे तक पानी में डालकर छोड़ दें और आधे घण्टे बाद ही पानी इस्तेमाल में लाएं। पानी को बीस मिनट उबालने से उसमें मौजूद हानिकारक सूक्ष्मजीव खत्म हो जाते हैं, इसी प्रकार भोजन भी अच्छी तरह पका होना चाहिए और हमेशा गर्म-गर्म भोजन का ही सेवन करना चाहिए। अधिक देर करने से भोजन में बीमारी पैदा करने वाले सूक्ष्मजीवों की संख्या बढऩे लगती है।

साफ-सफाई पर ध्यान देना ही काफी हद तक जल-जनित रोगों से छुटकारा दिला सकता है। हमेशा शौच के बाद साबुन से अच्छी तरह हाथ धोएं, खाने से पहले भी हाथ धोएं, ऐसे स्रोत से ही पीने का पानी लें जिनका जल स्वच्छ हो, अगर संदेह है कि पानी दूषित हो सकता है तो पीने के पानी को कम से कम बीस मिनट तक उबालें। घर के आसपास पानी को जमा न होने दें, इसी पानी में मच्छर पनपते हैं। अपने आसपास सफाई का ध्यान रखें। नहाने-धोने के पानी को पीने के पानी से अलग रखें। उन्होंने सभी से निबेदन किया कि वह पानी को भी बीस मिनट तक उबाल कर पीये । इस मौके पर मंजीत कौर, रीनू, सीतल कौर, जसवीर कौर, लखवीर कौर, गुरविंदर कौर आदि उपस्थित थे।

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