राजनीतिक गलियारों में आए दिन कोई न कोई चर्चा गर्म रहती ही है। इन दिनों कांग्रेस के युवा इंका होशियारपुर विधानसभा अध्यक्ष के चुनावों की सरगर्मियां शिखर पर हैं और इस पद के लिए चुनाव प्रक्रिया द्वारा अध्यक्ष की जिम्मेदारी किसी एक युवा के हाथों सौंपी जाएगी। पार्टी सूत्रों से मिली जानकारी और पार्टी द्वारा लगाए गए डी.आर.ओ. जतिंदर कुमार द्वारा इस बात की पुष्टि किए जाने पर कि विधानसभा हल्का होशियारपुर के लिए दो युवाओं ने नामांकन पत्र दाखिल किए हैं, जिनमें पहला नाम है आकाश शर्मा गोल्डी का और दूसरा है जतिंदर भोलू का।
लालाजी स्टैलर की राजनीतिक चुटकी
इनमें आकाश गोल्डी कैबिनेट मंत्री सुन्दर शाम अरोड़ा के खेमे से माने जा रहे हैं और जतिंदर भोलू को डा. राज ग्रुप का समर्थक माना जा रहा है। लेकिन दोनों के राजनीति जीवन पर पर प्रकाश डाला जाए तो एक तरफ जहां गोल्डी भी किसी समय कैबिनेट मंत्री अरोड़ा से मनमुटाव के चलते सुर्खियों में रह चुके हैं। हालांकि राजनीतिक मनमुटाव के दूर होते ही गोल्डी एक बार फिर से अरोड़ा के नजदीकियों में शामिल होने में कामयाब रहे तथा अरोड़ा द्वारा गोल्डी की पार्टी के प्रति सेवाओं को देखते हुए तथा युवा वर्ग में अच्छे आधार को देखते हुए उसे कुछ समय के लिए जिला शिकायत निवारण कमेटी का सदस्य भी मनोनित किया गया था। बाद में किसी सीनियर को कमेटी का सदस्य बनाए जाने को लेकर गोल्डी द्वारा श्री अरोड़ा की सहमति से सीनियर को यह सम्मान दिए जाने का स्वागत किया गया था।
दूसरी तरफ जतिंदर भोलू की बात की जाए तो युवा वर्ग को कांग्रेस पार्टी के प्रति संगठित करने में भोलू इतने सफल नहीं माने जाते तथा पार्टी के साथ जुडऩे की उनकी चाहत व कोई पद हासिल करने की उनकी लालसा के आगे उनके द्वारा कोका-कोला फैक्ट्री को बंद करवाने की मांग को लेकर सरकार के खिलाफ किया गया धरना प्रदर्शन उनकी तरक्की में बाधा बन रहा है। इतना ही नहीं कुछ समय पहले जब होशियारपुर में एस.एस.पी. कुलदीप सिंह चाहल हुआ करते थे तो इनके कैफे पर उनके द्वारा छापामारी की गई थी और उन्होंने भोलू के खिलाफ मामला भी दर्ज किया था, जिसे पुलिस द्वारा तो क्लीयर कर दिया गया था, परन्तु अदालत से अभी भोलू को क्लीन चिट नहीं मिली है। राजनीतिक माहिरों की मानें तो अगर भोलू इन सब मामलों में खुद को क्लीन चिट दिलवाने में कामयाब हो जाते हैं तो विधानसभा हल्का होशियारपुर के युवा इंका अध्यक्ष का ताज उनके सिर सज सकता है, परन्तु सरकार के खिलाफ चलने को लेकर उन्हें कार्यकर्ताओं के विरोध का सामना करना पड़ सकता है और ऐसे में अगर पार्टी सभी बातों को भूलकर उन्हें यह पद सौंप भी देती है तो भी पार्टी के पुराने युवा कार्यकर्ता व नेता उन्हें स्वीकार करने में कहीं न कहीं झिझक ही महसूस करेंगे। आकाश गोल्डी व जतिंदर भोलू के व्यक्तित्व पर नजर दौड़ाई जाए तो दोनों ही मिलनसार एवं नम्र स्वभाव के समझे जाते हैं, परन्तु दोनों के बीच का जो सबसे बड़ा अंतर वो ये है कि भोलू सरकार की खिलाफत व पुलिस केस का सामना कर रहे हैं व उन्हें विधायक डा. राज का समर्थन तो प्राप्त है पर विधानसभा क्षेत्र होशियारपुर होने के कारण उनका सीधे तौर पर इसमें दखल कम ही समझा जा रहा है। तो दूसरी तरफ गोल्डी को कैबिनेट मंत्री सुन्दर शाम अरोड़ा का आशीर्वाद प्राप्त है और श्री अरोड़ा हल्का होशियारपुर से ही विधायक हैं।
इस संबंध में बात करने पर डी.आर.ओ. जतिंदर शर्मा का कहना है कि दो युवाओं ने अध्यक्ष पद के लिए नामांकन किया है तथा दोनों के बारे में पार्टी स्तर पर पता किया जा रहा है। अगर किसी के भी बारे में कोई अपराधिक या सरकार व पार्टी के खिलाफ चलने की कोई बात सामने आती है तो पार्टी उच्चाधिकारियों के परामर्श से जो भी पार्टी हित में निर्णय हुआ वो लिया जाएगा।