राजौरी (द स्टैलर न्यूज़), रिपोर्ट: अनिल भारद्वाज। सरकारी जिला अस्पताल में छह वर्ष पहले लगाई लिफ्ट खराब पड़ी हुई है, अब जिला अस्पताल को सरकारी मेडिकल कॉलेज एसोसिएटेड अस्पताल भी बना दिया गया। लेकिन इस लिफ्ट को ठीक करने के लिए कोई भी प्रयास स्वास्थ्य विभाग द्वारा नहीं किया जा रहा है। जिस कारण मरीजों व तीमारदारों को कई प्रकार की परेशानी का सामना करना पड़ रहा है। लिफ्ट का उद्घाटन पूर्व स्वास्थ्य मंत्री शब्बीर अहमद खान ने फरबरी 2014 में किया था। मात्र दो दिन के भीतर ही लिफ्ट बीच में अटक गई, जेकेपीसीसी लिमिटेड ने उस समय के संबंधित विभाग के अधिकारियों से सांड गांठ कर करोड़ों रुपए हजम कर लिए। जहां तक कि सरकारी जिला अस्पताल की नई इमारत के निर्माण कार्य में धांधली की गई और इमारत क्रेक हो गई जो लोपा-पोती (मरम्मत) के उपरांत भी साफ देखी जा सकती है और उसमें पिछले करीब छह माह से मेडिकल कॉलेज एसोसिएटेड अस्पताल (जीएमसी) चल रहा है। अगर सुधार के लिए गंभीरता नहीं दिखाई गई तो आने बाले समय कोई बड़ा नुकसान हो सकता है।
2014 में पूर्व स्वास्थ्य मंत्री शब्बीर अहमद खान ने किया था उद्घाटन, जेकेपीसीसी लिमिटेड ने की थी धांधली
लोगों का कहना है अस्पताल इमारत व लिफ्ट में धांधली होने के वर्षों बाद भी जांच नहीं कि गई। आखिर क्यों जांच एजंसियों को काम करना होगा। और धांधली में लिप्त लोगों पर जल्द कार्रवाई करने की जरूरत है। उन्होंने कहा क्षेत्र में भूकंप के झटके आते रहते है इस मे अगर कोई इंसानी नुकसान हुआ तो इसका जबाबदेह संबंधित विभाग व धांधली को नजरअंदाज करने बाली जांच एजंसी होगी। स्थानीय लोग अस्पताल के निर्माण कार्य की जांच की पूर्व मुख्यमंत्री, पूर्व राज्यपाल एनएन वोहरा, पूर्व राज्यपाल सत्य पाल मालिक व मौजूदा उपराज्यपाल से भी मांग कर चुके हैं।
मुश्ताक अहमद, इफ्तकार अली, अशोक कुमार, नरेश शर्मा आदि ने कहा कि करीब छह वर्ष पहले सरकारी जिला अस्पताल में लिफ्ट लगाई गई थी। लगाने के दो दिन बाद ही लिफ्ट बंद हो गई और उसे अभी तक ठीक नहीं किया जा सका है। जिसके कारण से सरकारी जिला अस्पताल संबंधित जीएमसी राजौरी में आने वाले आम लोगों के साथ साथ मरीजों को भी कई प्रकार की परेशानियों का सामना करना पड़ रहा है। मरीजों को पांचवीं मंजिल तक चल कर ही जाना पड़ता है। उन्होंने कहा कि कई बार स्वास्थ्य विभाग के अधिकारियों से लेकर प्रशासनिक अधिकारियों से मिलकर लिफ्ट ठीक कराने की मांग की जा चुकी है, इसके बावजूद भी न तो लिफ्ट की मरम्मत करवाई जा रही है और न ही लिफ्ट को बदलने का कोई प्रयास किया जा रहा है।
जिला अस्पताल की नई इमारत के निर्माण कार्य में जेकेपीसीसी लिमिटेड ने धांधली की थी सीबीआई से जांच की मांग पहले भी की जा चुकी है लेकिन लगता है उनमें कोई आपसी रिश्ता है। अगर रिश्ता नहीं तो फिर एन्टी करप्शन ब्यूरो व सीबीआई को जल्द से जल्द पूरी इमारत निर्माण कार्य व लिफ्ट की जांच कर समस्या को दूर कर आरोपियों लोगों व अधिकारियों के खिलाफ कड़ी कार्रवाई जाए। नजरअंदाज किया गया तो लोग सडक़ों पर उतर प्रदर्शन करेंगे जिसका जिम्मेदार संबंधित विभाग निदेशक जम्मू, जेकेपीसीसी व समस्या को न सुनने बाली जांच एजंसियां होगी।