राजौरी (द स्टैलर न्यूज़),रिपोर्ट: अनिल भारद्वाज। उपजिला कोटरंका के दूरदराज गांव मुरहता कंथोल में दम घुटने से भाई-बहन की मौत हो गई, जबकि दंपती की हालत गंभीर बनी हुई है। उन्हें राजौरी मेडिकल कॉलेज रेफर कर दिया गया। जानकारी के अनुसार बीती रात क्षेत्र में बर्फबारी हो रही थी और ठंड का प्रकोप काफी तेज था। मुरहता कंथोल गांव निवासी खादिम हुसैन ने ठंड से बचने के लिए कमरे के अंदर आग जला दी और परिवार के लोग सो गए।
दूसरे रोज दोपहर बाद जब गांव के लोगों ने देखा कि खादिम हुसैन के घर का कोई भी सदस्य नजर नहीं आया तो एक-दो लोग बर्फ से गुजरकर खादिम के घर तक पहुंचे तो देखा कि दरवाजा बंद है। उसी समय गांव के लोगों ने दरवाजा तोड़ा तो अंदर देखा कि दस वर्षीय सोबिया कौसर व दस माह के बच्चे के साथ-साथ खादिम हुसैन व इसकी पत्नी शमीम अख्तर अचेत अवस्था में पड़े हुए हैं। गांव के लोगों ने अन्य लोगों को बुलाया और चारों को उपचार के लिए उपजिला अस्पताल कंडी लाए। वहां पर डॉक्टरों ने दोनों बच्चों को मृत घोषित कर दिया, जबकि खादिम व उसकी पत्नी की गंभीर हालत को देखते हुए दोनों को मेडिकल कॉलेज राजौरी रैफर कर दिया गया।
इस संबंध में बात करने पर ब्लॉक चिकित्सा अधिकारी डॉक्टर इकबाल मलिक का कहना है कि दम घुटने से दोनों बच्चों की मौत हुई है और दंपती की हालत गंभीर बनी हुई है। उन्होंने कहा कि प्राथमिक उपचार के बाद दोनों को मेडिकल कॉलेज राजौरी रेफर कर दिया गया है। वहां पर दोनों का उपचार चल रहा है।