भारत माता व चन्द्रशेखर आज़ाद के नारों से दी शहीद को श्रद्धांजलि

होशियारपुर (द स्टैलर न्यूज़), रिपोर्ट: गुरजीत सोनू। श्री भगवान परशुराम सेना द्वारा श्री चन्द्रशेखर आजाद के शहीदी दिवस पर प्रदेश अध्यक्ष आशुतोष शर्मा की अध्यक्षता में समस्त हिन्दू संगठन ब्राह्मण सभा प्रगति से महासचिव अश्विनी शर्मा, अखिल भारतीय ब्राह्मण एकता परिषद से अजय शर्मा, पंजाब ब्राह्मण सभा से रोहित रावल, आल इण्डिया शिरोमणि प्रबन्धक कमेटी के अध्यक्ष शाखा बगा, युवा परिवार से पवन कुमार, ब्राह्मण कल्याण परिषद से के.सी. शर्मा, हिन्दू संघ से पंकज बेदी, श्री राजपूत करणी सेना हरियाणा से विनोद ठाकुर तथा कुलदीप शर्मा, मुकेश डडवाल, वीरप्रताप राणा, बजरंग दल से संदीप कुमार, लाइन विजय अरोड़ा, वी.एन.वाई.ब्रा. सभा से विवेक शर्मा, भगवान वाल्मीकि गुरु रविदास सेना पंजाब के अध्यक्ष एस.एम. सिधु, संज्ञान वैदिक अध्ययन एवं शोध केन्द्र से कृष्ण कुमार चौबे तथा प्रो. कन्हैयालाल पाराशर, सनातन धर्म महावीर दल के अध्यक्ष अमृतलाल अग्रिहोत्री ने केशो मन्दिर में श्रद्धा-सुमन अर्पित कर आज़ाद को श्रद्धांजलि दी।

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पं. श्याम सुंदर शास्त्री ने मार्च से पहले आये सभी युवाओं सहित गणमन्यों को नशे के कोहड़ से दूर रहने तथा समाज को भ्रष्टाचार मुक्त बनाने का संकल्प दिलवाया। जिस उपरांत आज़ाद मार्च रोहित वर्मा की अगवाई में केशो मंदिर से शुरू होकर कमेटी बजार, गौरांगेट, घंटाघर, सेशन चौंक से होते हुए श्री भगवान परशुराम चौंक पर समाप्त हुआ। इस आज़ाद मार्च में दुश्मनों की गोलियों का सामना करेंगे आज़ाद थे, आज़ाद हैं और आज़ाद रहेंगे के नारों से पूरा शहर गूँज उठा साथ ही भारत माता की जय, वंदेमातरम के नारों से शहीदों को नमन किया।

प्रदेश अध्यक्ष पं आशुतोष शर्मा ने जनसमुह को सम्बोधित करते हुए बताया कि बचपन से ही चन्द्रशेखर आज़ाद में देशभक्ति का जज्बा उनके रग-रग में था। चन्द्रशेखर आज़ाद 14 वर्ष की आयु में बनारस गए, वहाँ उन्होंने संस्कृत पाठशाला में अध्ययन किया। 1920 में आज़ाद गाँधी के आन्दोलन से जुड़े और गिरफ्तार हुए तब उन्हें जज के सामने पेश किया गया। तो उन्होंने अपना नाम आज़ाद, पिता का नाम स्वतन्त्रता और जेल को उनका निवास बताया। आज़ाद रामप्रसाद विस्मिल के क्रान्तिकारी संगठन हिन्दूस्तान रिपब्लिक एसोसिएशन से जुड़े और अपना सर्वस्व देश को अर्पित किया। प्रदेश अध्यक्ष आशुतोष शर्मा ने कहा कि वह कौम ज्यादा देर जिन्दा नहीं रह सकती जो अपने शहीदों को भूल जाती है और उनके दिखाए रास्ते पर चलने का प्रयास नहीं करती। आज जरूरत है इस बात की कि हम किसी दूसरे की ओर से शुरूआत करने का इन्तजार न करें बल्कि $खुद अपनी ओर से पहल करें। युवा ही वह शक्ति है जो देश विरोधी ताकतों को रोक सकती है तथा बढ़ते हुए साम्प्रदायिक दंगों को जड़ उखाड़ सकती है। आज हमारी राजनैतिक पार्र्टियाँ देश को बांटने का काम कर रहीं हैं तथा अंग्रेजों की फूट डालो और राज करो की नीति को हर जनमानस पर हावी कर रही हैं, जिसके चलते देश में हो रहे विकास के रथ की गति बहुत ही धीमी होती जा रही है इस कारण बाहरी ताकतें भी देश को हर संभव नुकसान पहुँचाने की कोशिश कर रही है। योगेश चौबे ने कहा कि समाज को आज ऐसे ही चन्द्रशेखर आज़ाद वाली सोच रखने वाले नौजवानों की आवश्यकता है जो समाज में फैल रही अराजकता पर अकुंश लगाने के लिए आगे आए। इस अवसर पर रजिंदर मोदगिल, हनी तनेजा, पवन शर्मा, चीफ पैटरन अजय ऐरी, अर्जुन पण्डित, सतीश, वंश, सुजल, मुकुल, नवीन, विशाल, हिमांशु वर्मा आदि उपस्थित हुए।

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