होशियारपुर (द स्टैलर न्यूज़)। कोविड-19 के कारण देशव्यापी लाकडाउन के दौरान मुख्य मंत्री कैप्टन अमरिंदर सिंह के नेतृत्व वाली पंजाब सरकार ने सभी औद्योगिक इकाइयों को अपने कार्य को फिर से शुरु करने की आज्ञा देने का फैसला किया है बशर्ते वे अपने कैंपसों में श्रमिकों के लिए रहने व खाने के प्रबंधों को यकीनी बनाएं। औद्योगिक इकाइयों को श्रमिकों के स्वास्थ्य व सामाजिक दूरी प्रोटोकाल को यकीनी बनाना होगा।
आज यह विचार रखते हुए उद्योग एवं वाणिज्य मंत्री पंजाब श्री सुंदर शाम ने कहा कि उद्योगों को अपने श्रमिकों का मैडिकल टेस्ट करवाने के अलावा किसी को भी रहने वाले क्षेत्र से बाहर जाने की आज्ञा नहीं होगी। उन्होंने स्पष्ट करते हुए कहा कि फिलहाल किसी भी उत्पाद की बिक्री की आज्ञा नहीं होगी व यह मंजूरी सिर्फ तालाबंदी, लाकडाउन के बीच आर्थिक गतिविध की सुविधा के लिए दी जा रही है।
मालिकों को भोजन व रहने का स्थान मुहैया करवाना यकीनी बनाना होगा
उद्योग व वाणिज्य मंत्री ने कहा कि खांसी, जुकाम या बुखार जैसे लक्षणों वाले किसी भी व्यक्ति को काम न करने दिया जाए व ऐसे लक्षणों वाले व्यक्ति, श्रमिक को मालिक द्वारा अस्पताल ले जाकर उसके स्वास्थ्य की जांच को यकीनी बनाया जाए।
श्री अरोड़ा ने कहा कि इस निर्णय से जहां उद्योग मालिकों को बड़ी राहत मिलेगी, वहीं श्रमिक शक्ति को भी उत्साह मिलेगा क्योंकि लाकडाउन से हर कार्य को रोकने, बंद करने के लिए मजबूर होना पड़ा है। कोरोना वायरस के खतरे की गंभीरता के मद्देनजर तालाबंदी, लाकडाउन को जरुरी कदम बताते हुए उद्योग व वाणिज्य मंत्री ने भरोसा दिया कि प्रदेश सरकार हर वर्ग को सहायता व राहत प्रदान करने के लिए हर संभव प्रयास कर रही है।
श्री अरोड़ा ने प्रदेश में भ_ों संबंधी कहा कि प्रदेश में लगभग 10-12 लाख श्रमिक शक्ति भ_ों में काम करती है व हम यह यकीनी बनाएंगे कि किसी को भी मुश्किल पेश न आए। उन्होंने कहा कि यदि भ_ा मालिक अपने श्रमिक के स्वास्थ्य व सामाजिक दूरी प्रोटोकाल को यकीनी बनाएंगे तो वे ईंटों का उत्पादन कर सकते हैं पर फिलहाल बिक्री नहीं कर सकेंगे।