होशियारपुर (द स्टैलर न्यूज़)। महाराष्ट्र के पालघर में साधुओं की निर्मम हत्या ने मानवाधिकार हनन की सभी सीमाओं को पार कर दिया है। यह कोई आम घटना नहीं है बल्कि सोची समझी साजिश के तहत साधुओं को निशाना बनाकर उनकी हत्या की गई और पुलिस तमाशबीन बनी सारा तमाशा खुली आंखों से देखती रही। इसके लिए जहां हत्यारों को फांसी की सजा दी जानी चाहिए वहीं पुलिस को भी कटघरे में खड़ा करना चाहिए। इस घटना से महाराष्ट्र सरकार पर भी सवालिया निशान लगा है। इसके लिए सरकार को अपना रुख साफ करना चाहिए और अगर वे संत समाज की भी रक्षा नहीं कर सकती तो उसे सत्ता में बने रहने का कोई हक नहीं है।
यह बात भाजपा के राष्ट्रीय उपाध्यक्ष एवं पूर्व सांसद अविनाश राय खन्ना ने आज यहां जारी एक प्रैस विज्ञप्ति में कही। श्री खन्ना ने कहा कि दुख की बात है कि महाराष्ट्र सरकार ने पूरे देश की भावनाओं को आहत किया है। उन्होंने कहा कि सी.एम. महाराष्ट्र इस कृत्य के लिए समूह संत समाज से माफी मांगे। उन्होंने कहा कि हत्यारों को सख्त सजा मिलनी चाहिए और पुलिस वालों पर साधुओं की हत्या की साजिश का मामला चलाया जाना चाहिए। श्री खन्ना ने आज संत समाज के मार्ग दर्शन से ही हमारा भारत देश बुलंदियों पर पहुंचा है और संत, महात्मा, गुरुओं और पीरों का आदर सम्मान ही हमारी संस्कृति की सबसे बड़ी पहचान है। परन्तु दुख की बात है कि छत्रपति शिवाजी के स्थापित किए राज में साधुओं की निर्मम हत्या किया जाना शिवाजी के सिद्धांतों की हत्या है। जिसके लिए महाराष्ट्र की सरकार पूरी तरह से जिम्मेदार है।