खुद सुरक्षा चक्र में घिरे रहने वाले मोदी ने सैनिकों को निहत्थे चीनी सैनिकों से निपटने क्यों भेजा: विधायक आदिया

होशियारपुर/शामचौरासी (द स्टैलर न्यूज़)। हर समय सुरक्षा चक्र में घिरे रहने वाले प्रधानमंत्री मोदी ने गलवान घाटी में चीनी सैनिकों के साथ बातचीत करने व विवाद से निपटने के लिए सैनिकों को निहत्थे क्यों भेजा? चीन द्वारा भारतीय जमीन पर कब्जा किए जाने पर मोदी सरकार ने चुप्पी क्यों साध रखी है तथा शहीदों की शहादत ज्या न जाए इसके लिए मोदी सरकार क्या कदम उठा रही है व गलवान घाटी में शहीद हुए सैनिकों के परिजनों को 2-2 करोड़ रुपया और परिवार के एक सदस्य को सरकारी नौकरी देने का प्रावधान करे मोदी सरकार। अगर मोदी सरकार ऐसा नहीं कर सकती तो उसे सैनिकों के नाम पर झूठे आंसू रोने और उनके नाम पर राजनीति करने का भी कोई अधिकार नहीं है।

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-जनौड़ी में शहीदी स्मारक के समक्ष मोमबत्तियां जलाकर गलवान घाटी के शहीदों को भेंट की श्रद्धांजलि

यह बात हलका शाम चौरासी के विधायक पवन कुमार आदिया ने गांव जनौड़ी में शहीदी स्मारक पर गलवान घाटी में शहीद हुए सैनिकों को मोमबत्तियां जलाकर श्रद्धासुमन अर्पित करते हुए कही। विधायक आदिया ने कहा कि गलवान घाटी के मसले पर मोदी सरकार अपना रुख ही साफ नहीं कर पाई है, जिससे देशवासियों में अमंजस की स्थिति बनी हुई है कि आखिर इस मसले को गंभीरता से क्यों नहीं लिया जा रहा। उन्होंने कहा कि शहीदों की शहादत पर राजनीतिक रोटियां सेंकनी वाली भाजपा ने कभी भी देशहित के मुद्दे पर देशवासियों को सच्चाई से रुबरु करवाना जरुरी नहीं समझा है तथा उनकी शहादत को सत्तासुख की खातिर ही प्रयोग किया है।

विधायक आदिया ने शहीदों को नमन करते हुए कहा कि देश का एक-एक नागरिक अपने शहीद सैनिकों की सोच और उनके जज्बे पर पहरा देने के लिए तैयार खड़ा है। इस अवसर पर चेयरमैन जसपाल सिंह पंडोरी, कुलविंदर सिंह बिल्ला, सुरिंदर सरपंच जनौड़ी, जिला परिषद सदस्य रजनीश कौशल, पूर्व सरपंच वरिंदर कुमार बिट्टू, सरपंच जसविंदर सिंह डल्लेवाल, पंच सुदर्शन बिट्टू, महिला प्रधान आशा रानी, इंस्पैक्टर सोहन सिंह, पंच रोशन लाल तथा सोम नाथ आदि मौजूद थे।

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