होशियारपुर (द स्टैलर न्यूज़)। मोदी सरकार के यूजीसी की तरफ से कुछ समय पहले विद्यालय और कालेजों के लिए नए दिशा-निर्देश जारी किए जाने की जिसका एनएसयूआई के जिला अध्यक्ष रिशू आदिया ने निंदा की है। रिशू आदिया ने यहा एक प्रैस विज्ञप्ति में कहा कि एक तरफ जहां मोदी सरकार छात्राओं के भविष्य के खिलवाड़ कर रही है वहीं दूसरी तरफ कैप्टन सरकार ने छात्रों के भविष्य के बारे सोचते हुए सभी विद्यार्थियों को प्रमोट करने का सराहनीय फैसला लिया है। रिशू आदिया ने कहा कि यूजीसी द्वारा अंतिम वर्षों के छात्रों के परीक्षा करवाने का जो निर्णय लिया है उसको जल्द से जल्द वापस लिया जाए।
क्योंकि बात जहां परीक्षा लेने या न लेने की नहीं है व बल्कि कोरोना संक्रमण के फैलाव की है तथा ऐसे में जरा सी चूक हम सभी पर भारी पड़ सकती है। उन्होने कहा कि इस बिगड़ती हुई अर्थव्यवस्था में छात्रों की फीस कम करने की बजाय उन पर और अधिक आर्थिक बोझ डाला जा रहा है। जिसके चलते पहले से ही मंदी की मार झेल रही जनता पर और बोझ डालना तथा विद्यार्थियों की जान जोखिम में डालना किसी भी तरह से तर्कसंगत नहीं है।