93.51 फीसदी लिफ्टिंग के साथ जिला जालंधर प्रदेश में आगे: थोरी

जालंधर(द स्टैलर न्यूज़)। किसानों की फ़सल के दाने-दाने की खरीद, लिफ्टिंग और पेटेंट को यकीनी बनाते हुए जि़ला जालंधर ने राज्य में मौजूदा खरीद सीजन के दौरान धान खरीद और लिफ्टिंग में अग्रणी जिला बनकर उभरा है। इस बारे जानकारी देते हुए डिप्टी कमिशनर घनश्याम थोरी ने बताया कि जिले में खरीद एजेंसियों ने किसानों द्वारा समूची 149 मंडियों में लाई गई 749556 एमटी फसलों में से 93.51 प्रतिशत धान की खरीद और लिफ्टिंग की जा चुकी है। उन्होंने कहा कि जालंधर का औसत प्रतिशत राज्य के प्रतिशत से कहीं अधिक है और जालंधर दूसरे स्थान पर रहा है। डिप्टी कमिश्नर ने आधिकारियों को मंडियों में फ़सल आने के 72 घंटों में लिफ्टिंग को यकीनी बनाने और खरीद के हर पड़ाव में किसानों की सहायता करने के निर्देश दिए । उन्होंने कहा न सिर्फ लिफ्टिंग बल्कि अदायगी के मामले में भी जालंधर अग्रणी जिला बनकर सामने आया है क्योंकि अब तक जिले में किसानों को 93 प्रतिशत अदायगी 48 घंटों के भीतर सुनिश्चित की गई है। थोरी ने आगे बताया कि अब तक जिले की खरीद एजेंसियों ने 749556 मीट्रिक टन (एमटी) धान की खरीद और कुल 700925 मीट्रिक धान की लिफ्टिंग की है।

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उन्होंने स्पष्ट कहा कि जि़ला प्रशासन कोरोना वायरस महामारी के मद्देनजऱ सुरक्षा सावधानियों का पालन करते हुए धान की तुरंत और निर्विघ्न खरीद को यकीनी बनाने में कोई कमी नहीं छोड़ेगा । उन्होंने आधिकारियों को मंडियों में पीने वाले पानी, शौचालयों की सुविधा, सैनीटाईजऱ और सामाजिक दूरी के नियमों को लागू किया गया है। डिप्टी कमिश्नर ने आधिकारियों को पूरे सीजन के दौरान किसानों की सहायता करने के अलावा इस रैंकिंग को कायम रखने के लिए भी कहा। डिप्टी कमिशनर ने कहा कि वह जिले में खरीद, लिफ्टिंग और अदायगी प्रक्रिया की निजी तौर पर निगरानी कर रहे हैं, साथ ही रोज़मर्रा की खरीद की समीक्षा कर रहे हैं। डिप्टी कमिश्नर ने किसानों से पराली न जलाने की अपील करते हुए कहा कि कोरोना महामारी के चलते वायरस से प्रभावित मरीजों की सेहत पर पराली का धुआं बुरा प्रभाव डाल सकता है जिससे उनकी सेहत और खराब हो सकती है। उन्होंने किसानों को सरकार की तरफ से सब्सिडी पर उपलब्ध मशीनों का प्रयोग करके पराली प्रबंधन अपनाने की अपील की।

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