जम्मू/राजौरी (द स्टैलर न्यूज़), रिपोर्ट: अनिल भारद्वाज। केंद्र सरकार की ओर से पारित किए गए किसान बिलों को रद्द करवाने के लिए किसानों का दिल्ली के चारों तरफ लगाया गया रोष धरना डेढ माह का समय बीत जाने के बाद भी शांत नहीं किया जा सका है। इस आंदोलन को सीमावर्ती क्षेत्रों से भी भरपूर समर्थन मिल रहा है । वहीं जम्मू-कश्मीर भाजपा सरकार विरोधी पार्टियों के नेता कार्यकर्ता व आमजन भी इस आंदोलन के समर्थन में सडक़ों पर उतर चुका है। खासकर कांग्रेस पार्टी में काफी रोष देखने को मिल रहा है और मोदी सरकार से किसान विरोधी कानून जल्द से रद्द करने की मांग की है।
शुक्रवार देरशाम राजौरी जिला के अंतर्गत नेशनल हाईवे के समीप खालसा चौंक की ओर युवा कांग्रेस के नेता कार्यकर्ता किसानों के समर्थन में सडक़ पर निकल मौजूदा मोदी सरकार के खिलाफ रोष प्रकट करते नजर आए। इसी कड़ी के युवा कांग्रेस के जिला प्रधान इबरार चौधरी व महासचिव अमित स्याल के नेतृत्व में खालसा चौक से डांगरी से किसानों के समर्थन में कैंडल मार्च निकाला गया। महासचिव अमित स्याल, जिला प्रधान इबरार चौधरी , इबरार खान आदि ने कहा कि केंद्र की मोदी सरकार किसान आंदोलन को समाप्त नहीं करवाना चाहती है। भाजपा सरकार देश को अंदर से खोखला किए जा रही है। उन्होंने कहा की केंद्र सरकार को जल्द से जल्द किसानों की मागों को मानते हुए इस आंदोलन को समाप्त करवाना चाहिए व शहीद हुए किसानों के परिवारों को मुआवजा तथा परिवार के एक मैंबर को सरकारी नौकरी दी जानी चाहिए।
स्याल ने कहा ने कहा कि प्रदेश की कांग्रेस पार्टी हमेशा ही किसानों के हितों की रक्षा करने के लिए प्रतिबद्ध है और किसानों के हितों व हकों के लिए लड़ेगी। उन्होंने कहा कि केंद्र सरकार को चाहिए कि वह किसानों के हितों का ध्यान रखे। एवं जल्द से जल्द किसान विरोधी काले कानून को रद्द करे। किसानों के साथ मोदी सरकार अन्याय करती आ रही है। किसानों की वजह से आज हम जीवित हैं। इस मौके पर राहुल चंदन, मनोज, रजत , अमन कुमार, आशीष आदि काफी संख्या में युवा कांग्रेसी कार्यकर्ता मौजूद थे। और किसानों की मांग जल्द से पूरी नहीं करने पर उग्र आंदोलन की चेतावनी दी।