तलवाड़ा (द स्टैलर न्यूज़),रिपोर्ट: प्रवीण सोहल। लाखों की धोखाधड़ी से पैसे डबल करने का झांसा देकर पैसे ठगने वाले आरोपी पर मामला दर्ज होने के करीब 5 महीने बाद आरोपी को पुलिस ने गिरफ्तार करने में सफलता हासिल की है। जानकारी अनुसार गिरफ्तार आरोपी की पहचान सुखदेव सिंह डडवाल के रूप में हुई है। थाना प्रभारी तलवाड़ा अजमेर सिंह व एएसआई हरजीत सिंह ने बताया कि उक्त आरोपी सुखदेव ने कंडी क्षेत्र के भोले भाले व आर्थिक रूप से कमजोर लोगों को पैसे डबल करने का झांसा देकर लगभग 18,09,434 रुपये ठगे हैं, जिसके खिलाफ पुलिस ने 30 सितंबर 2020 को तलवाड़ा थाना मे मामला दर्ज किया था। आरोपी ने इलाके में लोगों को पैसा डबल करने का झांसा देकर उनके पैसे चिटफंड कंपनी में लगवाए जो बाद में फर्जी निकली। पुलिस ने यह मामला गांव बहअत्ता की सरपंच सुदर्शना देवी के बयान के आधार पर दर्ज किया था। हालांकि आरोपित व चिटफंड कंपनी के मालिकों के खिलाफ मामला दर्ज करने के लिए स्थानीय लोगों ने भी उस समय के तलवाड़ा थाना के एसएचओ भूषण सेखड़ी को ज्ञापन सौंपा था। आरोपित सुखदेव सिंह बीएसएनएल विभाग में नौकरी करता था। सेवामुक्त होने के बाद उसने उक्त चिटफंड कंपनी में एजेंट के तौर पर काम शुरू किया था। बीएसएनएल में लोकल इलाके में तैनात होने के कारण सुखदेव की आम लोगों में जान पहचान थी। फिलहाल पुलिस ने कंपनी के एजेंट सुखदेव सिंह डडवाल के खिलाफ मामला दर्ज करके मामले की जांच शुरू कर दी थी।
पता चला है कि सुखदेव 200 से 250 लोगों को अपना शिकार बना चुका है, इस दौरान जांच अधिकारी एएसआई हरजीत सिंह ने बताया कि यह मामला ग्राम पंचायत बहअत्ता की सरपंच सुदर्शना देवी की शिकायत पर दर्ज किया गया था। अपनी शिकायत में सुदर्शना देवी ने बताया कि आरोपित सुखदेव सिंह अपने आप को क्राइम फ्री इंडिया संगठन का जिला महासचिव बताता है। पैसे डबल करने का झांसा देकर उक्त आरोपित ने लोगों की खून पसीने की कमाई कंपनी में लगा दी। आरोपित ने इलाके के लगभग दो से ढ़ाई सौ लोगों को अपना शिकार बनाया और लगभग 10 करोड़ रुपये कंपनी में इनवेस्ट करवा दिए। आरोपित ने लोगों से यहां तक कहा था, कि जिस कंपनी में आपका पैसा लगाया जा रहा है, वह सरकारी चिटफंड कंपनी है।
इस मामले का खुलासा तब हुआ जब बीमे की किश्त खत्म हो गई। लोगों ने आरोपित से अपने पैसों की मांग की तो आरोपित ने लोगों को बताया कि 2018 में कंपनी भाग गई है और हमारे पैसे देने से इंकार कर दिया है। लोगों ने सारी बात सरपंच को बताई और जब उसने सुखदेव सिंह से बात की तो सुखदेव ने उसे ही धमकियां देनी शुरू कर दी कि यदि मामला उठाया तो उसे ही सरपंची से सस्पेंड करवा देंगे। इन कंपनियों को सरकारी बता लगवाए लोगों के पैसे आरोपित ने लोगों को किम इंफ्रास्ट्रक्टर एंड डेवलपर्स लिमिटेड, नेक्टर कमर्शियल एस्टेट लिमिटेड, केन एग्रीकल्चर डेवलपर्स इंडिया लिमिटेड, फाच्र्यून प्रीमियम नेटमारट नामी कंपनियों को सरकारी बताकर पैसे एकत्र किए थे। जब लोगों के पैसे मेच्यूर हुए तो उन्हें बताया कि कंपनियां फर्जी निकली हैं और कंपनी के मालिक कहीं दौड़ गए। ठगी का शिकार हुए पीडि़त लोगों ने बताया कि उनकी जीवन भर की कमाई लूट ली। रविदर सिंह ने बताया कि आरोपित सुखदेव सिंह ने उसके व सुदेश कुमारी से 27 हजार, बनवारी लाल निवासी बह नंगल से 48 हजार रुपये, रविंदर कुमार निवासी गांव बह चूहड़ से 18 हजार रुपये, गौरव शर्मा, पलवी मेहता निवासी बह चूहड़ से 187176 रुपये, मेहर सिंह व उसकी पत्नी निशा रानी निवासी बह नंगल से 180798 रुपये, यशविदर सिंह व उसकी माता पुष्पा रानी निवासी बह अत्ता से 42000 रुपये, कुलजीत सिंह निवासी बहअत्ता से 75,900 रुपये, सुदर्शना कुमारी निवासी बह अत्ता से 18000 रुपये, दिनेश कुमार निवासी गांव कोठी से 72000, विभीषन सिंह निवासी बह अत्ता से 60000, ओंकार चंद निवासी गांव कोठी से 550000, चतर सिंह निवासी बह अत्ता से 12760, मदन लाल निवासी रेडू पत्ती से 43200, अजय कुमार निवासी गांव बह रंगा से 34800, निखिल निवासी बह रंगा से कुल 18,09434 रुपये की धोखाधड़ी की है। इसके अलावा आसपास के कई गांवों के लोगों के लगभग 10 करोड़ रुपये के करीब की धोखाधड़ी की है।
इस दौरान थाना प्रभारी तलवाड़ा अजमेर सिंह व एएसआई हरजीत सिंह ने बताया कि तलवाड़ा पुलिस ने मामले के आरोपी सुखदेव सिंह डडवाल को गिरफ्तार कर लिया गया है। इसके पश्चात तलवाड़ा पुलिस के द्वारा कंपनी के मालिकों पर भी शिकंजा कसा जाएगा। सुखदेव की गिरफ्तारी के बाद उसे चार दिनों के रिमाड पर लाया गया है। अब सुखदेव सिंह डडवाल से पूछताछ दौरान पता चलेगा कि कंपनी किसकी थी और उसने पैसे कहां जमा करवाए हैं। इलाके में उसके साथ और कौन-कौन लोग इस धोखाधड़ी के संगीन मामले से जुड़े हुए थे।