अर्जुन अवार्डी एथलीट हिमा दास के कंधों पर चमके सितारे, बनी डीएसपी

असम (द स्टैलर न्यूज़)। खेतों में टायर लेकर दौडऩे वाली और भारत की उडऩ परी कहलाने वाली स्टार फर्राटा धाविका हिमा दास असम पुलिस मैं डीएसपी बन गई है। हिमा के डीएसपी बनने पर असम के मुख्यमंत्री सर्वानंद सोनोवाल ने हिमा को नियुक्ति पत्र सौंपा। हिमा का जन्म 9 जनवरी 2000 को हुआ था तथा वह असम के नंगाव जिले के धींग गांव की रहने वाली है।

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हिमा के पिता का नाम रंजीत व माता का नाम जोनाली है। इस दौरान हिमा ने बताया कि उन्होंने यह पद हासिल करने के लिए बहुत संघर्ष किया है तथा उनका शुरू से एक ही सपना था कि वह असम पुलिस में भर्ती हों तथा लोगों की सेवा करें। हिमा के 6 भाई-बहन हैं तथा वह सब से छोटी है। हिमा ने बताया कि उसने अपना लंबा समय खेतों में बुआई और निराई करते बिताया है। उन्होंने बताया कि वह अपने खाली समय में दौड़ लगाया करती थी तथा फुटबाल खेलने के लिए चली जाया करती थी। फुटबाल में हिमा काफी शानदार प्रदर्शन करती थी जिसे देखने के बाद खेल निदेशालय के कोच निपोन दास काफी प्रसन्न हुए तथा उन्होंने हिमा को एथलीट बनने की सलाह दी। इसके बाद कोच द्वारा हिमा के परिजनों से बात की गई परंतु हिमा के परिवार के पास इतना पैसा नहीं था कि वह उसे ट्रेनिंग दिला सकें। ऐसे में कोच ने उनकी मदद की। हिमा टायर बांधकर दौड़ा करती थी तथा दौड़ते वक्त उसके पैरों में जूते भी नहीं हुआ करते थे।

उनकी दौड़ देख गांव के लडक़े-लड़कियां हक्के-बक्क रह जाते थे। उसके बाद एथलीट बनने का सपना लेकर हिमा गुवाहटी चली गई। 18 साल की उम्र में हिमा ने अपना करियर शरू किया तथा उन्होंने एथलेटिक्स कॉम्पटिशन में हिस्सा लिया। उनकी मेहनत और लगन के नतीजे वह गोल्डकोस्ट कामनवेल्थ गेम्स के लिए चुनी गईं। उन्होंने वहां छठा स्थान हासिल किया। इसके बाद उन्होंने नेशनल इंटर स्टेट चैम्पियनशिप में हिस्सा लिया। और अब वह खिलाड़ी नीरज चोपड़ा के साथ एलीट क्लब में शामिल हो गई हैं। इतने कड़े संघर्ष के बाद हिमा दास ने दुनियाभर में अपनी पहचान बनाईं तथा वह पहली भारतीय महिला एथलीट हैं।

हिमा ने 2019 में 5 स्वर्ण पदक भी जीते हैं। ऐसा पहली बार हुआ था कि भारत की किसी महिला ने एथलीट जूनियर या सीनियर लेवल पर वल्र्ड चैम्पियनशिप में गोल्ड जीता था। किसी समय हिमा के पास टे्रनिंग वक्त पैरों में जूते डालने के लिए नहीं थे परंतु अब एडीडास ने उन्हें अपना ब्रांड घोषित किया। अब हिमा खुद एक ब्रांड है तथा एडीडास के जूतों पर हिमा का नाम छपता है। हिमा ने ग्लोबल ट्रैक इवेंट में गोल्ड का पहला तमगा जीता था और वह पहली भारतीय खिलाड़ी हैं। एले इंडिया, फेमिना, वोग जैसी मैगजीनों के कवर पर हिमा का नाम चमकता है। 25 सितंबर 2018 में हिमा दास को अर्जुन अवार्ड से नवाजा गया था।

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