नई दिल्ली (द स्टैलर न्यूज़)। दिल्ली के लक्ष्मीनगर से गिरफ्तार पाकिस्तानी आतंकी मोहम्मद असरफ के मामले में खुलासे हुए हैं। वह 2011 में दिल्ली हाईकोर्ट के सामने हुए बम धमाकों में शामिल था। उसने धमाकों से पहले कई बार हाईकोर्ट की रेकी करने की बात भी मानी है।
असरफ ने दिल्ली पुलिस हेडक्वार्टर और अन्तर्राज्यीय बस अड्डे की भी रेकी की थी। असरफ 2005-06 में राजस्थान के अजमेर में भी रहा। यहां पीर-फकीर बनकर कई इलाकों की रेकी की। आतंकी की हैंडलिंग पाकिस्तानी खुफिया एजेंसी आईएसआई कर रही थी। उसके हैंडलर का कोड नेम नासिर था।
दिल्ली पुलिस स्पेशल सेल के डीसीपी प्रमोद कुशवाहा के अनुसार आरोपी मोहम्मद असरफ के पास से कई फर्जी पहचान पत्र मिले हैं। इनमें से एक अहमद नूरी के नाम की आईडी थी। इसने भारतीय पासपोर्ट हासिल कर थाईलैंड व सऊदी अरब की यात्रा भी की थी। दस्ताबेज बनाने के लिए इसने गाजियाबाद की महिला से शादी की थी। उसके पास बिहार का पहचान पत्र था।
हाईकोर्ट के बाहर हुए बम धमाकों में शामिल था गिरफ्तार पाकिस्तानी आतंकी, राजस्थान में भी भेस बदलकर करता रहा रेकी
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