नई दिल्ली (द स्टैलर न्यूज़)। दिल्ली-हरियाणा के सिंघु बार्डर पर तरनतारन के युवक लखबीर सिंह की बेरहमी से हत्या से संयुक्त किसान मोर्चा भी सकते में है। अपनी छवि खराब होने से चिंतित संयुक्त किसान मोर्चा ने खुद को निहंग सिखों से अलग कर लिया है। संयुक्त किसान मोर्चा के बड़े नेताओं ने आधिकारिक रूप से कहा है कि वह हत्या के मामले में चल रही जांच में स्थानीय पुलिस का सहयोग करेंगे। संयुक्त किसान मोर्चा ने शुक्रवार दोपहर में बयान जारी कर कहा कि लखबीर सिंह की हत्या की मोर्चा निंदा करता है। साथ ही यह भी कहा है कि इस घटना के दोनों पक्षों से संयुक्त किसान मोर्चा से कोई संबंध नहीं है। उन्होंने यह भी कहा कि वे किसी भी धार्मिक ग्रंथ या प्रतीक की बेअदबी के खिलाफ हैं, लेकिन इस आधार पर किसी भी व्यक्ति या समूह को कानून अपने हाथ में लेने की इजाजत नहीं है। हम यह मांग करते हैं कि इस हत्या और बेअदबी के षडय़ंत्र के आरोप की जांच कर दोषियों को कानून के मुताबिक सजा दी जाए।
गौरतलब है कि सिंघु बार्डर पर किसानों के प्रदर्शन स्थल के बेहद करीब शुक्रवार सुबह एक शव मिलने से हंगामा मच गया। बाद में इसकी वीडियो भी वायरल हुई, जिसमें कुछ निहंग सिंह इस कत्ल की जिम्मदारी लेते दिखे और आरोप लगाते दिखे कि उक्त व्यक्ति ने श्री गुरु ग्रंथ साहिब की बेअदबी की है। आरोप है कि निहंगों ने युवक के हाथ-पैर काट दिए और पेट में भी तलवारों से हमला किया। बाद में उसे बैरिकेड पर टांग दिया। इस दौरान युवक की मौत हो गई।