होशियारपुर (द स्टैलर न्यूज़)। भारतीय जनता पार्टी नेताओं ने पूर्व कैबिनेट मंत्री व वरिष्ठ भाजपा नेता तीक्ष्ण सूद, जिला अध्यक्ष निपुण शर्मा, विनोद परमार, मीनू सेठी, कृष्ण अरोड़ा,संजीव मन्हास द्वारा जारी प्रेस नोट में कहा गया है कि पंजाब विधान सभा के बीते दिन हुए विशष सत्र में मुख्यमंत्री चरणजीत सिंह चन्नी द्वारा बी.एस.एफ का क्षेत्रा अधिकार बढ़ाने के प्रस्ताव पर बहस के दौरान आर.एस.एस के खिलाफ बेवजहा पंजाब विरोधी होने की टिप्पणी करना दुर्भाग्यपूर्ण है तथा इसके जरिये कांग्रेस के पापों को छिपाने की किबायद है। भाजपा नेताओं ने कहा कि शुरू से ही कांग्रेस ने पंजाब विरोधी रवैया अपनाया रखा, पहले देश के विभाजन के समय पंजाब तोड़ा, एक बार फिर आजादी के बाद पंजाब को ऐसे तोड़ा अभी तक चंडीगढ़ तथा पंजाब के पानियों का मसला हल नहीं हो सका ।
उन्होंने कहा कि पंजाब में आतंकवाद कांग्रेस की देन। जिसका संताप पंजाब ने 15 वर्षों तक झेला।कांग्रेस ने हमेशा ही हिन्दू सिख्खों को लड़ाने का काम किया है तथा सत्ता हासिल की जबकि राष्ट्रीय स्वंय सेवक तथा संघ ने पंजाबी भाईचारे की बात की । उन्होंने कहा कि 1984 में सिख्खों तथा पंजाबियों का कत्लेआम कांग्रेस के प्रधानमंत्री राजीव गांधी की शह पर किया गया, जबकि भाजपा तथा संघ ने बिना राजनीतिक हानि -लाभ सोचे डटकर कत्लेआम का विरोध किया। भाजपा नेताओं ने कहा कि कांग्रेस ने ही एमरजेंसी लगाकर देश का संविधान तथा लोकतंत्र की धज्जियां उड़ाई व अब भी बी.एस.एफ का दायरा भी पंजाब में चन्नी की मांग पर ही बढ़ाया गया है। जिससे चन्नी का दोहरा चेहरा सामने बेनकाब हो गया तथा बौखलाहट में वह आर.एस.एस को बेवजह इस मामले में लपेट रहा है। श्री तीक्ष्ण सूद ने कहा कि कांग्रेस ने हमेशा बांटने का काम किया है जबकि आर.एस.एस ने जोड़ने का उन्होंने कहा कि इतिहास गवाह है कि कांग्रेस की सरकार बनती है तो वह देश को बेचने का काम करते हैं तथा भाजपा बचाने का काम करती है।