82 रिसोर्स सैंटरों में 5476 बच्चों को दी जा रही विशेष शिक्षा

होशियारपुर,(द स्टैलर न्यूज़): सरकार की ओर से सर्व शिक्षा अभियान तहत चलाए जा रहे रिसोर्स सैंटरों में जहां जरूरतमंद बच्चों को शिक्षा प्रदान की जा रही है वहीं उनके हुनर को पहचान कर एक अलग पहचान देने में भी अहम रोल अदा किया जा रहा है। अभियान तहत शारीरिक मानसिक तौर पर कमजोर बच्चों का मुफ्त इलाज करवाया जा रहा है। होशियारपुर में चल रहे स्पैशल रिसोर्स सैंटर के विद्यार्थियों ने शारीरिक अपंगता को मात देते हुए दृढ़ निश्चय से एक अलग पहचान बना ली है। इसमें सुनने और बोलने से असमर्थ पूनम कुमारी द्वारा की गई पेटिंग में खींच का केंद्र बनी हुई है, जिसकी हर ओर सराहना की जा रही है।

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पूनम के अलावा अन्य बच्चे भी विभिन्न क्षेत्रों में अपने आपको साबित कर रहे हैं कि शारीरिक या मानसिक कमजोरी उनके दृढ़ निश्चय के आगे टिक नहीं सकती। जिलाधीश विपुल उज्जवल ने बताया कि जिला में विशेष जरूरत वाले विद्यार्थियों के लिए सरकार द्वारा 82 रिसोर्स सेंटर चलाए जा रहे हैं। इनमें से एक स्पेशल सेंटर सरकारी सीनियर सैकेंडरी स्कूल, रेलवे मंडी में चल रहा है। रिसोर्स सेंटर में 5476 चुनौतीग्रस्त बच्चे हैं। इन में 9 बच्चे पूरी तरह से देख नहीं सकते और बाकी के 1880 बच्चों की आंखें लो विजन से संबंधित, 237 बोलने सुनने से असमर्थ, 363 बोल नहीं सकते, 277 शारीरिक तौर पर अपंग, 300 मस्तिक्ष लकवे के शिकार, 1363 मंदबुद्धि, 794 सीखने से असमर्थ, 241 अपंगता वाले और 12 मस्त मलंगता (ऑटिजम) वाले हैं।

जिला स्पैशल एजुकेटर अंजू सैनी की अगुवाई में इन बच्चों को स्पेशल शिक्षा देने के लिए 31 अध्यापक, 83 वालंटियर और एक फिजियोथेरेपिस्ट डॉ. धीरत कुमार तैनात है। बच्चों की रेगुलर जांच की जाती है। हड्डियों मस्तिक्ष लकवे से संबंधित 15 सर्जरियां भी करवाई जा चुकी है। अगर किसी परिवार में ऐसे चुनौतीग्रस्त बच्चे हैं, तो वह रिसोर्स सेंटर में दाखिल करवाने के लिए संबंधित गांव के सरकारी स्कूल में संपर्क कर सकते हैं।

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