होशियारपुर (द स्टैलर न्यूज़)। मलेरिया, डेंगू, चिकनगुनिया जैसी वेक्टर जनित बीमारियों की रोकथाम के लिए सिविल सर्जन डॉ. अमरजीत सिंह जी के निर्देशानुसार स्वास्थ्य विभाग होशियारपुर ने नगर निगम की टीम के सहयोग से होशियारपुर शहरी क्षेत्र के घरों का सर्वेक्षण किया और जागरूकता गतिविधियों के माध्यम से लोगों को जागरूक किया। इस बारे में जानकारी साझा करते हुए सिविल सर्जन डॉ. अमरजीत सिंह जी ने बताया कि आज स्वास्थ्य विभाग की एंटी लार्वा विंग द्वारा नगर निगम की टीम के सहयोग से होशियारपुर शहर में कुल 10 टीमों ने 947 घरों का सर्वे किया और 4 घरों के चालान काटे गए। इन घरों में 6774 कंटेनरों की जांच की गई, जिनमें से 56 कंटेनरों में लार्वा पाए गए जिन्हें टीमों ने मौके पर ही नष्ट कर दिया।
जिले में अब तक कुल 30 चालान किए जा चुके हैं। डॉ. अमरजीत सिंह ने कहा कि घर-घर जाकर कूलरों, गमलों, छतों, रेफ्रिजरेटर ट्रे आदि में रखे पानी को नष्ट करने के बाद उन्हें पूरी तरह से सूखा रखने को कहा जाता है ताकि इन बीमारियों को फैलाने वाले मच्छरों के लार्वा खत्म हो सकें। उन्होंने कहा कि डेंगू और चिकनगुनिया से बचाव के लिए जरूरी है कि खुद को मच्छरों से बचाएं। इसलिए, इसकी घटना के कारणों को रोकना आवश्यक है। उन्होंने कहा कि सप्ताह में एक दिन मच्छरों के लार्वा (जैसे कूलर, बर्तन, रेफ्रिजरेटर आदि) के प्रजनन स्थलों को साफ और सुखाने के लिए समर्पित किया जाना चाहिए।
मच्छरों के काटने से बचाव के लिए दिन में पूरी बाजू के कपड़े पहनकर, मच्छर भगाने वाली क्रीम का इस्तेमाल करके और साफ-सफाई का पूरा ध्यान रख कर हम इन बीमारियों से बच सकते हैं। जिला एपिडेमियोलॉजिस्ट डॉ. जगदीप सिंह ने कहा कि किसी भी तरह का बुखार होने पर तुरंत नजदीकी स्वास्थ्य केंद्र या सरकारी अस्पताल में संपर्क करें। उन्होंने कहा कि प्रदेश के सरकारी अस्पतालों में डेंगू, चिकनगुनिया और मलेरिया जैसी बैक्टीरिया जनित बीमारियों की जांच और इलाज नि:शुल्क किया जाता है। स्वास्थ्य विभाग की टीम के सदस्यों में एएमओ गोपाल सरूप, स्वास्थ्य निरीक्षक राकेश कुमार एवं बसंत कुमार उपस्थित थे।