एलआईसी में पालिसी धारकों द्वारा निवेश किया गया फंड बिल्कुल सुरक्षित: कमल खोसला

मुकेरियां (द स्टैलर न्यूज़)। जब से अमेरिका स्थित शार्ट सेलर हिंडनबर्ग रिसर्च ने अडानी समूह की कंपनियों पर एक हानिकारक रिपोर्ट प्रकाशित की है तब से लोगों के एक बड़े वर्ग और राजनीतिक दलों ने एलआईसी द्वारा अडानी समूह की कंपनियों के संभावित उच्च जोखिम पर अपनी चिंता व्यक्त की है हम इस एक जिम्मेदार ट्रेड यूनियन जिसे बहुमत से भी कहीं अधिक कार्यबल का समर्थन है,  इन बातों का प्रगटावा उत्तर क्षेत्रीय बीमा कर्मचारी एसोसिएशन जालंधर मंडल के पूर्व उपाध्यक्ष कमल खोसला ने किया उन्होंने कहा कि एलआईसी की निवेश नीति यह है कि  उसका 80% निवेश सरकारी प्रतिभूतियों या बांड जैसे सुरक्षित साधनों में किया जाता है इक्विटी में 20% निवेश किया जाता है इसलिए पालिसी धारकों द्वारा निवेश किया गया फंड बिल्कुल सुरक्षित है।

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उन्होंने कहा कि अडानी समूह में निवेश और एलआईसी को होने वाले संभावित नुकसान के बारे में हम स्पष्ट करते हैं कि यह नुकसान केवल काल्पनिक है वास्तविक नहीं है क्योंकि एलआईसी ने अदानी समूह के किसी भी शेर को बेचा नहीं है एलआईसी ने 30 जनवरी 2023 के अपने प्रैस वार्ता के माध्यम से पहले ही स्पष्ट कर दिया है कि अडानी समूह  में कुल 36,474.78 करोड के निवेश के मुकाबले वर्तमान बाजार मूल्य 56,142 करोड़ है। इस प्रकार एलआईसी ने अडानी समूह में अपने निवेश पर लगभग 20,000 करोड का अनुमानित लाभ कमाया है, हालांकि लाभ उतना ही अनुमानित है जितना अनुमानित नुकसान है । अडानी समूह के मामलों में कुल एक्सपोजर कुल इक्विटी का लगभग 7% है। यह ध्यान दिया जाना चाहिए कि एलआईसी के पास अडानी समूह की कंपनियों के कुल बाजार पूंजीकरण का 3.91 प्रतिशत हिस्सा है जबकि टाटा और रिलायंस समूह की कंपनियों में इसकी हिस्सेदारी 3.98% और 6. 45% से कहीं अधिक है।

यह भी ध्यान दिया जाना चाहिए कि बीमा नियामक अधिनियम आईआरडीए के दिशा निर्देशों को ध्यान में रखते हुए एलआईसी  द्वारा खरीदी गई अडानी ऋण प्रतिभूतियों की क्रेडिट रेटिंग  AA और उससे ऊपर थी। एलआईसी पहले ही सार्वजनिक जांच के दायरे में आई थी। खासकर जब ओएनजीसी और आईडीबीआई बैंक के शेर घाटे में थे तो एलआईसी ने इनके शेयर खरीदे और इन संस्थानों को प्रोफिट में बदल दिया। एलआईसी  और बैंकों जैसे अन्य निवेशकों के बीच अंतर यह है, कि एलआईसी एक दीर्घकालिक निवेशक है जबकि बैंक नहीं, इसलिए एलआईसी का लोगों की मेहनत की कमाई से संसाधनों को जुटाने  में दशकों से अधिक का बेदाग ट्रैक रिकार्ड है। जिसमें उन्हें पूरे देश की प्रगति सुनिश्चित करते हुए उनकी जमा राशि पर अच्छा रिटर्न और पूर्ण सुरक्षा मिलती हैं। इस अवसर पर हरिंदर पाल सिंह शाखा सचिव,  विजय कुमार शाखा अध्यक्ष, लवदीप सिंह, त्रिलोचन सिंह,केशव चंद्र, एसपी दुग्गल, एस एस बालियां व अन्य उपस्थित थे।

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