होशियारपुर (द स्टैलर न्यूज़)। खेल की दुनिया में देश का मान बढ़ाने वाले पहलवानों पर अत्याचार न करके, सरकार को उनकी बात सुननी चाहिए तथा आरोपी कुश्ती संघ के अध्यक्ष को सलाखों के पीछे डालना चाहिए। यह बात पूर्व पार्षद मोहन लाल पहलवान ने आज यहां जारी एक प्रैस विज्ञप्ति में धरने पर बैठे पहलवानों के पक्ष में बात करते हुए कही। उन्होंने कहा कि बृजभूषण जैसे अध्यक्ष खेल जगत के लिए काला अध्यय हैं और ऐसे अध्यय के पन्नों को पूरी तरह से किताब से हटा देने में ही खेल जगत की भलाई है।
श्री पहलवान ने कहा कि आधी रात को पुलिस द्वारा पहलवानों के साथ किया गया व्यवहास भी तर्कसंगत नहीं था, इसके लिए पुलिस को उनसे माफी मांगनी चाहिए। उन्होंने कहा कि वे खुद भी पहलवान रह चुके हैं और खिलाडिय़ों का दुख समझते हैं। इसलिए सरकार को चाहिए कि वह किसी बड़े मंत्री या अधिकारी की ड्यूटी लगाए, जो उनके पास जाकर उनका दुख जाने एवं उसे समझकर उसका तुरंत हल करवाए।
उन्होंने कहा कि अगर सरकार ने इस मुद्दे को गंभीरता से नहीं लिया तो आने वाले समय में खेल के क्षेत्र में अच्छे प्रदर्शन की उम्मीद करना बेमाइने होगा। उन्होंने प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी से अपील की कि वह खुद इस मामले का संज्ञान लें। अगर, ऐसा न हुआ तो यह आंदोलन जंतर-मंतर तक ही सिमट कर नहीं रहेगा, बल्कि देश व्यापी आंदोलन का रोष ले लेगा।