होशियारपुर (द स्टैलर न्यूज़)। प्रधानमंत्री स्कूल फॉर राइजिंग इंडिया (पीएम एसएचआरआई) योजना के तहत पहले चरण में जिला होशियारपुर के 14 स्कूलों का चयन किया गया है। कार्य की प्रगति के लिए जिला शिक्षा अधिकारी सेकेंडरी शिक्षा हरभगवंत सिंह, जिला शिक्षा अधिकारी एलीमेंट्री शिक्षा इंजीनियर संजीव गौतम ने स्कूल प्रमुखों के साथ एक बैठक की, बैठक में अधिकारियों ने बताया कि शिक्षा विभाग के अनुसार, इस योजना को 2022-23 से 2026-27 तक 5 साल की अवधि में लागू करने का प्रस्ताव है।
इस संबंध में, केंद्र ने राज्य सरकार को इन स्कूलों में एनईपी को प्रभावी ढंग से लागू करने के लिए परियोजना अनुमोदन बोर्ड (पीएबी) की बैठकों के लिए वार्षिक कार्य योजना और बजट प्रस्ताव भेजने की सलाह दी है। इन पीएम-श्री स्कूलों का चयन बेहद पारदर्शी तरीके से किया जाता है। पोर्टल में आवेदन करने के बाद स्कूलों का उनके आधार पर चैलेंज मोड में चयन किया गया है। चयन प्रक्रिया तीन चरणों में की गई थी। यूडीआईएसई+ कोड वाले विभिन्न केंद्रीय और राज्य सरकार के स्कूलों और स्थानीय स्वशासी स्कूलों ने पीएम-श्री के लिए आवेदन किया है।
केंद्र सरकार की परिकल्पना है कि ये पीएम श्री स्कूल गुणवत्तापूर्ण शिक्षा के मामले में देश में एक ब्रांड बनें। इस संबंध में जिला शिक्षा अधिकारी सेकेंडरी हरभगवंत सिंह तथा उप जिला शिक्षा अधिकारी धीरज विशिष्ट की उपस्थिति में सभी अधिकारियों की स्टेट अधिकारियों के साथ आयोजित वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग में कहां कहा कि इन स्कूलों द्वारा प्राप्त किए गए परिणाम संबंधित राज्यों और केंद्र शासित प्रदेशों की सरकारों के सहयोग पर निर्भर करेंगे।उन्होंने कहा कि इस संबंध में आज की बैठक में संबंधित कर्मचारियों तथा स्कूलों के प्रतिनिधियों को बारीकी से जानकारी दी गई है ताकि आने वाले समय में किसी को भी किसी प्रकार की मुश्किल पेश ना आए उन्होंने कहा कि नई योजना होने के नाते अगर स्कूल प्रमुखों को कुछ मुश्किलें आती है तो उसके हल के लिए जिला शिक्षा अधिकारी होने के नाते वैसे हम उन्हें दूर करने के लिए हर समय तत्पर है।
उन्होंने कहा कि उनका शुरू से ही विश्वास रहा है कि हर एक बच्चे को सरकार द्वारा दी जा रही सुविधा का लाभ मिलना चाहिए। उन्होंने आशा प्रकट की कि आने वाले समय में जिले के दूसरे स्कूलों को भी इस योजना के तहत लाया जाएगा। इस अवसर पर प्रिंसिपल धर्मेंद्र शर्मा, प्रिंसिपल शैलेंद्र सिंह, प्रिंसिपल ललिता अरोड़ा, प्रिंसिपल भारत भूषण, एपीसी जनरल निर्मल, एपीसी फाइनेंस कंचन, मैडम वंदना, एमआईएस कोऑर्डिनेटर अमित सैनी, डिस्टिक कोऑर्डिनेटर रजनीश कुमार गुलियानी इत्यादि उपस्थित थे।