होशियारपुर (द स्टैलर न्यूज़)। हाल ही में पंजाब स्कूल शिक्षा बोर्ड द्वारा धोषित 12वीं कक्षा के परिणाम ने उन लोगों को आईना दिखा दिया जो सोचते हैं कि खेलों में भाग लेने वाले विद्यार्थी अच्छी तरह से पढ़ नहीं सकते और ना ही अच्छे अंक प्राप्त कर सकते हैं। इन विचारों का प्रगटावा लायनज़ क्लब डिस्ट्रिक्ट 321डी के स्पोर्ट्स चेयरमैन लायन रणजीत सिंह राणा ने किया। उन्होने कहा कि बठिंडा कि छात्रा श्रेया सिंगला जो कि अंतरराष्ट्रीय स्तर पर बैडमिंटन में स्वर्ण पदक जीत चुकी है, उनसे 12वीं कक्षा (हयूमैनिटीस) में 500 में से 498 अंक प्राप्त कर पूरे पंजाब में दूसरा स्थान हासिल कर खेल क्षेत्र का सिर गर्व से ऊंचा कर दिया है। इसके अतिरिक्त जमालपुर कॉलोनी लुधियाना की छात्रा नवप्रीत कौर जो राज्य स्तर तक सॉफटबाल खेल चुकी है, उसने भी 12वीं कक्षा (हयूमैनिटीस) में 500 में से 497 अंक प्राप्त कर पूरे पंजाब में तीसरा स्थान हासिल किया है।
पंजाब स्कूल शिक्षा बोर्ड द्वारा भी इस वर्ष 915 विद्यार्थियों को खेल कोटे के अंक दिये गये हैं, जिस में राज्य स्तर पर पहला स्थान हासिल करने वाले खिलाड़ी को 15 अंक, दूसरा स्थान हासिल करने वाले को 12 अंक तथा तीसरा स्थान हासिल करने वाले को 9 अंक दिये गए हैं। श्रेया सिंगला तथा नवप्रीत कौर के अतिरिक्त भी बहुत से खिलाड़ियों ने मैरिट में स्थान हासिल कर उन लोगों के मुंह बंद कर दिए हैं जो कहते हैं कि खेलें पढ़ाई में बाधा हैं तथा छात्रों का भविष्य खराब कर देती हैं। लायन रणजीत राणा ने कहा कि हम सभी इस बात को जानते हैं कि विद्यार्थियों के लिए पढ़ाई बहुत जरुरी है परन्तु खेलें भी आज के समय की जरुरत हैं जिन से विद्यार्थी तंदरुस्त रह सकते हैं तथा खेलों में पदक हासिल कर अपने स्कूल, अपने माता पिता, अपने जिले , अपने प्रदेश तथा अपने देश का नाम रौशन कर सकते हैं।