होशियारपुर (द स्टैलर न्यूज़)। पानी की संभाल संबंधी एक सैमिनार को संबोधित करते हुए लेक्चरर संदीप कुमार सूद तथा किशोर लाल ने कहा कि पानी एक ऐसी चीज है जिसको किसी भी तरीके से बनाया नहीं जा सकता। प्रकृति ने हमें जो पानी के स्रोत दिए हैं हमें उन्हें संभाल कर प्रयोग करना होगा। उन्होंने कहा कि गर्मियों के दिनों में कई लोग अपने घर को साफ करने में अथवा अपनी गाडिय़ों को साफ करने में ही कई लीटर पानी बहा देते हैं। जबकि दूसरी तरफ गर्मियों के दिनों में कई क्षेत्रों में पानी की कमी के चलते लोगों को परेशानी का सामना करना पड़ता है। उन्होंने कहा कि पानी की बर्बादी हमारे जीवन के साथ एक तरह का खिलवाड़ है।
पुराने बुजुर्ग बताते हैं कि वह थोड़ी सी भूमि को खोदने पर ही पानी प्राप्त कर लेते थे, लेकिन आज पानी प्राप्त करने के लिए कई कई सौ किलोमीटर बोर करवाना पड़ता है। लेकिन इसके बावजूद भी हमें पानी नहीं मिलता। अगर पानी की संभाल ना की गई तो आने वाली पीढिय़ों को पानी की भारी कमी के साथ जूझना पड़ेगा। उन्होंने कहा कि जन्म से लेकर मरण तक पानी की महत्ता को दरकिनार नहीं किया जा सकता। पानी हमारे लिए किसी तरह भी औषधि से कम नहीं है, लेकिन हम लोग पानी पर बड़े-बड़े सेमिनार तो करते हैं लेकिन इसकी संभाल की तरफ उचित ध्यान नहीं देते।
बच्चों को छोटी आयु में ही पानी की संभाल करनी सिखाने चाहिए। उतना ही पानी लेना चाहिए जितनी जरूरत हो, लेकिन कई बार हमने देखा है कि लोग सार्वजनिक नलों से पानी लेकर उसे बंद करना भूल जाते हैं। जिससे हजारों लीटर पानी बेकार बह जाता है। इसी तरह पाइपों की संभाल भी उचित होनी चाहिए। क्योंकि अगर पाइप लीक करती रहेगी तो भी पानी की बर्बादी होगी। उन्होंने कहा कि पानी की संभाल संबंधी हर आयु वर्ग के लोगों को जागरूक किया जाना समय की जरूरत है।