होशियारपुर (द स्टैलर न्यूज़)। मणिपुर में कुक्की कबीले की औरतों के साथ हुये र्दुव्यवहार तथा उनके पारिपारिक सदस्यों को मारने की घटना के विरोध में केन्द्र तथा मणिपुर सरकार के खिलाफ बेगमपुरा टाईगर फोर्स की ओर से स्थानीय भगवान वाल्मीकि चौंक से बाबा साहिब डाक्टर भीम राव अम्बेडकर चौंक तक फोर्स के प्रदेश अध्यक्ष वीरपाल ठरोली तथा दोआबा प्रधान नेकू अजनोहा की अध्यक्षता में एक विशाल रोष कैंडल मार्च निकाला गया। इस रोष कैंडल मार्च में फोर्स के राष्ट्रीय चेयरमैन तरसेम दीवाना तथा ज़िला प्रधान हैप्पी फतेहगढ़ ने विशेष तौर पर शिरकत की।
इस अवसर पर नेताओं ने कहा कि इस दर्दनाक घटना के साथ सभी के हृदय छलनी हो गये हैं। पर सरकार ने प्रभावित लोगों को राहत देने के लिए कोई कदम नही उठाया बल्कि उनकी आवाज़ा को केन्द्र सरकार की ओर से बुरी तरह कुचला जा रहा है। उन्होंने कहा कि केन्द्र सरकार इस घटना के लिए ज़िम्मेदार व्यक्तियों को ग्रिफ्तार करके कड़ी से कड़ी सज़ा दे तथा प्रभावित व्यक्तियों को राहत देकर उनको समाज में स्थापित करने के लिए जल्दी नीति बनाये। उन्होंने कहा कि मणिपुर प्रदेश में 3 मई, 2023 की रात को तकरीबन एक हज़ार लोगों की हथियारबंद भीड़ द्वारा कांगपोकपी ज़िलें के सैकुल थाने के कुछ गांवों में दाखिल होकर कुक्की कबीले के लोगों के घरों पर हमला करके भारी आग लगाकर, लूटमार तथा कत्लेआम किया गया था, जिससे अपना बचाव करती हुईं तीन कुक्की औरतें तथा दो मर्द एक वाहन मेें वहां से बचकर निकल गये थे जो अगले दिन 4 मई को अपना बचाव करने के लिए पुलिस की गाड़ी में छिप गये थे। पुलिस ने उनका कोई बचाव नही किया बल्कि भीड़ ने उनको पुलिस से छीन लिया और तीन औरतों के ज़बरदस्ती कपड़े फाड़कर उनकी नग्न अवस्था में परेड करवाई।
इन औरतों में एक 52 वर्षीय, दूसरी 42 वर्षीय तथा तीसरी 21 वर्षीय लड़की थी। जब लड़की के पिता तथा नौजवान भाई ने इस दरिंदगी का विरोध किया तो भीड़ द्वारा उन दोनों का मौके पर ही कत्ल कर दिया गया तथा उस लड़की के साथ भीड़ की ओर से गैंगरेप किया गया। नेताओं ने कहा कि बड़ी शर्म की बात है कि देश के प्रधानमन्त्री नरिन्द्र मोदी तथा अमित शाह ने मणिपुर कांड के बारे में एक बार भी अपनी ज़ुबान नही खोली। उन्होंने कहा कि मणिपुर कांड के दोषियों को बिना केस चलाये चौंक में खड़े करके गोली मार देनी चाहिए।
इस अवसर पर मीडिया इंचार्ज चंद्रपाल हैप्पी, मनप्रीत कोहली, अजय कुमार, विक्की सिंह पुरहीरां, गुरप्रीत कुमार, सन्नी सीणा, भिन्दा सीणा, अमनदीप, दोआबा इंचार्ज जस्सा सिंह नंदन, सतीष कुमार शेरगढ़, चरनजीत सिंह, बलविन्दर शेरगढ़िया, गगनदीप शेरगढ़िया, अमरीक शेरगढ़िया, भूपिन्दर माना, अवतार तारी माना, विजय कुमार शीहमार, हरिराम आदिया ज़िला प्रधान भावाधस, पम्मा डाडा, जसवीर शेरगढ़िया, अमरीक सिंह शेरगढ़िया, गोगा मांझी, राज कुमार बद्धण, राकेश कुमार भट्टी, अशोक कुमार, डिम्पी, अविनाश सिंह, अमनदीप सिंह, चरनजीत सिंह, इंद्रपाल सिंह, विशाल बस्सी बाहिया, बिट्टू विरदी पंच शेरगढ़, कमलजीत सिंह, ज्ञान चंद, मुसाफिर सिंह, शेरा सिंह, मनीष कुमार, दविन्द्र कुमार, चरनजीत डाडा, नरेश कुमार शहरी प्रधान, बाली, गुरप्रीत गोपा, निक्का बस्सी किक्करां, रवि, दीपू नलोईयां, भूपिन्दर कुमार बद्धण, अवतार डिम्पी, चरनजीत डाडा, कमलजीत डाडा सहित फोर्स के अन्य पदाधिकारी तथा सदस्य उपस्थित थे।