कपूरथला (द स्टैलर न्यूज़), गौरव मढ़िया। जम्मू कश्मीर के अनंतनाग में सेना के कर्नल,मेजर व जम्मू-कश्मीर पुलिस के डीएसपी के बलिदान पर शुक्रवार को बजरंग दल इन शहादतों पर दुख प्रकट करने के साथ पाकिस्तान को जिम्मेदार ठहराते हुए पाकिस्तान के खिलाफ गुस्से का इजहार किया। इसके साथ ही बजरंग दल ने केंद्र सरकार से गुलाम कश्मीर में चल रहे आतंकी शिविरों को नष्ट करने के लिए एक और सर्जिकल स्ट्राइक करने की मांग भी उठाई। बजरंग दल पंजाब के पूर्व प्रधान नरेश पंडित व बजरंग दल के जिला उपप्रधान आनंद यादव ने अनंतनाग में हुई शहादतों पर दुख प्रकट करते हुए बलिदानियों को श्रद्धांजलि दी। नरेश पंडित ने कहा कि भारत के बढ़ते कद को देखकर पाकिस्तान बौखला चुका है।वो एक बार फिर से जम्मू-कश्मीर में आतंकवाद को सक्रिय करना चाहता है, लेकिन पाकिस्तान अपने मंसूबों में कभी कामयाब नहीं होगा। उन्होंने कहा पिछले 20 सालों में हमारी सरकारें आतंकवाद से लड़ती रही हैं। ये सबको पता है कि ये क्रॉस बॉर्डर टेररिज्म है, सीमा पर से आतंकवादियों को समर्थन मिलता है। ये बहुत दुर्भाग्यपूर्ण है।उन्होंने कहा कि भारतीय सेना इस हमले का मुंहतोड़ जवाब देगी और उन्हें पूरा विश्वास है कि बहुत जल्द आतंकियों को ढेर कर दिया जाएगा।इस दौरान पाकिस्तान से बातचीत करने की वकालत करने वाले नेताओं पर बरसते हुए नरेश पंडित ने कहा कि इन शहादतों का बदला लिया जाना चाहिए, कोई बातचीत नहीं होनी चाहिए।
नरेश पंडित ने कहा कि आतंकवाद मानवता के लिए गंभीर खतरा बनते जा रहा है। ये आतंकवाद धर्म के नाम पर व्यक्तिगत स्वार्थ साधने के लिए शरारती तत्वों का आतंकवादी संगठन कायम किया हुआ है। जिसके द्वारा मानवता को डराया जा रहा है और अपने धर्म की सहानूभूति बटोर रहा है। पूरे विश्व को आतंकवाद पर एक सूत्री कार्यक्रम के तहत खात्मा करने के लिए आगे आना होगा। खासकर विकसित देशों को इस मर्म को समझना होगा और आंतकवाद के प्रति दोहरी नीति को समाप्त करना होगा। आतंकी किसी का नहीं होता।कही न कही आतंकवादियों से समझौता होते आया है। परिणाम है कि कहीं न कहीं, कभी न कभी इस तरह की घटना हमारे सामने आते रहती है। अब समय आ गया है कि पूरे विश्व आतंकवादी के खात्मे के लिए एक मंच को साझा करे। नरेश पंडित ने कहा कि आज आतंकवाद से विकसित व विकासशील दोनों देश प्रभावित हो रहा है। आतंकवाद का एक ही मकसद सिर्फ नफरत फैलाना है। आज समय आ गया है संपूर्ण विश्व एक साथ आतंकवाद को परिभाषित करे।जब तक ऐसा नहीं किया जाएगा, तब तक ऐसी घटनाएं होती रहेगी।
आतंकवाद विश्व के लिए एक स्थायी समस्या बनते जा रही है। विश्व के कुछ अमीर देश अपनी तानाशाही को बनाये रखने के लिए दोयम दर्जे की राजनीति कर रहे हैं। परिणाम है कि आतंकवादी को बढ़ावा मिल रहा है। शुरू से ही विश्व के लिए आतंकवाद समस्या बनी रही है। आज पूरे विश्व को आतंकवाद के खिलाफ आवाज उठाने की जरूरत है। आतंकवादी का कोई जात-मजहब या फिर सरहद नहीं होता। नफरत फैलाने व निर्दोष व्यक्तियों की हत्या करना ही उनका अपना मजहब होता है। सभी को चाहिये कि आज एकजुट होकर इस नई समस्याओं से निपटे। लोगों को मजहब व ऊंच-नीच से उपर उठ कर मानवता को समझना होगा और तेजी से उभर रहे आईए, आईएसएस जैसे आतंकी संगठनों के विरुद्ध क्रूरता पूर्वक निपटना होगा। आतंकवाद यह नहीं देखता कि यह किस मूल्क का वासी है, समय आ चुका है कि हम सभी जब तक एकजूटता से नहीं लड़ेंगे आतंकवाद पीछा नहीं छोड़ेगा।नरेश पंडित ने कहा कि भारत हमेशा से अंतराष्ट्रीय मंच पर आतंकवादी की समस्या को उठाते आया है। लेकिन यह दुर्भाग्य है कि जब यहां आतंक की टीस होती है तो उन अमीर देशों तक आवाज नहीं जाती।लेकिन जब वहां आतंकी हमले होते हैं तो पूरे विश्व में हाहाकार मच जाता है।