होशियारपुर (द स्टैलर न्यूज़): पंजाब में आम आदमी पार्टी की सरकार बनने से पहले आप नेताओं ने बड़े जुमले चलाए थे कि 34 हजार करोड़ भ्रष्टाचार को खत्म करके 20 हजार करोड़ अवैध माइनिंग पर रोक लगा कर अर्जित कर के 54 हजार करोड़ से पंजाब का भारी विकास करवाया जाएगा। डेढ़ साल बीतने के बाद आज स्थिति बिलकुल उलट नजर आ रही है। 67 वर्षों के अंतराल में मात्र पंजाब पर ढाई लाख करोड रुपए कर्ज चढ़ा है, परंतु आम आदमी पार्टी की सरकार ने सभी रिकॉर्ड तोड़ते हुए डेढ़ साल में ही 50 हजार करोड़ का नया कर्ज चढ़ा दिया है।
यह कर्ज किसी विकास कार्यों के लिए या पंजाब की तरक्की के लिए नहीं लिया गया, परंतु दिल्ली के मुख्यमंत्री केजरीवाल को हवाई सफर करवाना तथा अपनी इश्तिहारबाजी करके फोकी वाह वाही लूटने के लिए लिया गया है। दिल्ली में भी आम आदमी पार्टी की सरकार के गोलमाल का चिट्ठा सुप्रीम कोर्ट में खुला गया जब दिल्ली सरकार ने विकास के प्रोजेक्ट के लिए फंड देने के लिए मना कर दिया तथा हजारों करोड़ रूपया इश्तिहारों के लिए खर्च कर दिया। भगवंत मान एक तरफ तो खर्च घटाने तथा आमदनी बढ़ाने की बात करते हैं।
दूसरी तरफ ना अभी तक बाढ़ ग्रस्त किसानों को मुआवजा मिला है और ना ही प्रदेश में विकास का कोई प्रोजेक्ट आया है। जहां तक की बनी हुई सरकार सड़के भी टूट चुकी है उनकी मरम्मत के लिए भी पैसा नहीं आया है। आज के हालात में पंजाब वित्तीय आपातकाल की और तेजी से बढ़ रहा है, जिसकी जिम्मेदार मान सरकार है। 50 हजार करोड़ के कर्ज को आवश्यक प्रमाणित करने के लिए मान सरकार उसका स्पेशल ऑडिट करवाएं तथा 50 हजार करोड़ के खर्चे के की पाई-पाई का हिसाब पंजाब की जनता को दें, जिसकी वह हकदार है।श्री सूद ने सवाल किया कि अगर भारी भरकम कर्जे ले कर सरकार चलानी थी तो दूसरी पार्टियों की सरकारें तो इस से कहीं बेहतर थी।