होशियारपुर में नारी चेतना मंच द्वारा नारी शक्ति सम्मेलन का आयोजन

होशियारपुर (द स्टैलर न्यूज़): आज के दौर में जब देश की संसद नारियों को 33 प्रतिशत आरक्षण देने में गर्व महसूस करती है, जब सभी प्रतियोगी परीक्षाओं में बेटियां ही सर्वोच्च स्थानप्राप्त करती है। जब एक साधारण आदिवासी महिला देश क  सर्वोच्च पद, राष्ट्रपति पद तक पहुंचती है, जब एक महिला अर्थशास्त्री देश के खजाने की चाबी संभालकर अर्थव्यवस्था को विश्व में पांचवे नंबर तक ले आती है, तो ऐसे समय में महिलाओं द्वारा नारी शक्ति सम्मेलन आयोजित करना पूर्णत: सामयिक है, सार्थक है, सफल है। डी.ए.वी. कॉलज आफ ऐजूकेशन होशियारपुर को समागार में नारी चेतना मंच द्वारा नारी शक्ति सम्मेलन का भव्य आयोजन किया। जिसमें म्युनिसिपल कमिशनर तथा अतिरिक्त जिलाधीश ज्योतिबाला मुख्यअतिथि बनकर पधारी तथा नगर तथा जिले के गांवों से सैंकड़ो महिलाएं उपस्थित रहीं।

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कार्यक्रम का शुभारम्भ ज्योतित्रज्वलन से हुआ और एक दिव्यांग गायिका उषा रानी ने अपने मधुर स्वर में महिलाओं को समर्पित एक गीत गाकर महिला शक्ति को पुष्पांजलि भेंट की। प्रो. पूजा वशिष्ट ने कार्यक्रम की प्रस्तावना प्रस्तुत करके वक्ताओं के लिए विषयवस्तु की भूमिका तैयार की। चंडीगढ़ में महिला समन्वय समिती की संयोजिका तमन्ना ने भारतीय चिन्तन में नारी विषय पर अपना वक्तव्य प्रस्तुत किया। उन्होने पुरातन, प्राचीन, वर्तमान तथा भविष्यकाल में समाज में नारी के स्थान तथा विभिन्न क्षेत्रों में भारतीय नारी की भूमिका का गहन विशलेषण किया। चर्चा सत्र में विषय को सभा में उपस्थित महिलाओं के सम्मुख रखा गया। जिसमें प्रबद्ध बुद्धिजीवी महिलाओं सशक्तिकरण विषय पर स्कूल-कॉलज की छात्राओं ने एक नृत्य प्रस्तुति दी जिसकी सभी ने मुक्त कण्ठ से सराहना की। आई.के.गुजराल रैक्नीकल यूनिवर्सिटी से पधारी डॉ. मुक्ता शर्मा ने राष्ट्र के विकास में महिलाओं का योगदान विषय पर अपने वक्तव्य को बेहद रोचक अंदाज में प्रस्तुत किया और पर्यावरण, धार्मिक, सामाजिक क्षेत्रों में महिलाओं के सक्रिय योगदान का आवाहन किया। एक डाक्यूमैंट्री चलचित्र प्रस्तुत किया गया।

जिसमें भिन्न-भिन्न क्षेत्रों में अपनी महत्वपूर्ण योगदान देने के लिए प्रतिभाशाली नारियों का उल्लेख था। कार्यक्रम की अध्यक्षा प्रो. जसबीरा मिन्हास ने विदेशों में नारी मुक्ति आंदोलन की चर्चा  करते हुए सामाजिक परिवेश तथा व्यक्तिगत मानसिकता को बदलने की बात कही। मुख्यातिथि ज्योतिबाला में महिलाओं के शारीरिक, मानसिक शोषण तथा उत्पीडऩ का जिक्र करते हुए महिलाओं को आर्थिक तौर पर आत्मनिर्भर तथा संबल बनने का संदेश दिया। अन्त में स्कूल की छात्राओं ने वंदे मातरम स्तुति द्वारा कार्यक्रम को विराम दिया। अमिता पंकज शर्मा ने बखूबी मंच संचालन किया। महिला हस्तशितिपयों, हस्तकारों तथा बनकरों द्वारा लगाए गए स्टालों पर हाथ से कढ़ाई की गई फुलकारियाँ, ऊनी जुराबें, दस्ताने, मफलर, स्वैटर तथा जूट का सामान सभी के आकर्षण का केन्द्र थे। इस कार्यक्रम के सफल आयोजन में डा. हेडंगेवार स्मार्क समिति के सदस्यों का विशेष सहयोग रहा। महिलाओं को बौद्धिक चिन्तन के लिए प्रेरित करने के लिए यह कार्यक्रम मीलपत्थर साबित होगा।  इस मौके पर विभाग संजोजिका अलीशा जांडियाल, जिला संजोजिक अमित पंकज, सोनू शर्मा, पूजा महाजन आदि शामिल थे।

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