होशियारपुर (द स्टैलर न्यूज़)। राष्ट्रीय बाल स्वास्थ्य कार्यक्रम (आरबीएसके) के तहत अच्छी स्वास्थ्य सुविधाओं की दिशा में कदम उठाते हुए 0 से 18 वर्ष तक के बच्चों की स्वास्थ्य देखभाल के लिए विशेष प्रयास किए जा रहे हैं। इस संबंध में सिविल सर्जन डॉ. बलविंदर कुमार डमाणा की अध्यक्षता और जिला टीकाकरण अधिकारी डॉ. सीमा गर्ग के नेतृत्व में डीईआईसी टीम द्वारा एक विशेष कार्यक्रम का आयोजन किया गया। इस विशेष कार्यक्रम में ठीक हुए बच्चों के माता-पिता ने भी भाग लिया और आरबीएसके विभाग, स्वास्थ्य विभाग और पंजाब सरकार का विशेष धन्यवाद व्यक्त किया, जिनकी बदौलत उनके बच्चों को नया जीवन मिला। विभाग की ओर से आए बच्चों को उपहार देकर सम्मानित किया गया।
कार्यक्रम के दौरान जानकारी साझा करते हुए डॉ. बलविंदर कुमार ने बताया कि वर्ष 2023-24 के दौरान जन्मजात बीमारियों से पीड़ित 154 बच्चों को उच्च स्वास्थ्य संस्थानों में मुफ्त इलाज के लिए भेजा गया है। जिनमें से 24 बच्चों का सफल ऑपरेशन किया जा चुका है और बाकी बच्चों का इलाज भी उच्च स्वास्थ्य संस्थानों में चल रहा है। डॉ. सीमा गर्ग ने कहा कि सरकारी स्वास्थ्य संस्थानों में जन्म लेने वाले बच्चों की जन्मजात विकृतियों की अस्पताल में ही चिकित्सकीय जांच की जाती है।
प्री-स्कूल बच्चों (6 सप्ताह से 6 वर्ष) की वर्ष में दो बार आंगनवाड़ी केंद्रों पर समर्पित मोबाइल टीमों, ग्रामीण और शहरी स्लम क्षेत्रों के बच्चों की चिकित्सकीय जांच की जाती है। इसी तरह, सरकारी और सरकारी सहायता प्राप्त स्कूलों में पढ़ने वाले कक्षा 1 से 12 (6 वर्ष से 18 वर्ष) तक के बच्चों की वर्ष में एक बार चिकित्सा जांच की जाती है। इन बच्चों में चिकित्सकीय जांच के दौरान पाई जाने वाली 31 बीमारियों का आरबीएसके के तहत नि:शुल्क इलाज किया जाता है।
आर बी एस के ए.एम.ओ डॉ. मनदीप कौर ने बताया कि जिला अस्पताल में स्कूल स्वास्थ्य कार्यक्रम के तहत डीईआईसी सेंटर चलाया जा रहा है, जहां विशेष आवश्यकता वाले बच्चों को उपचार और परामर्श सेवाएं प्रदान की जाती हैं। सहायक सिविल सर्जन डॉ.कमलेश कुमारी, वरिष्ठ चिकित्सा अधिकारी डॉ. स्वाति शिमर, बाल रोग विशेषज्ञ डॉ. हरनूरजीत कौर, आरबीएसके चिकित्सा अधिकारी डॉ. विवेक कुमार, जिला स्कूल स्वास्थ्य काआरडीनेटर पूनम, जिला बीसीसी काआरडीनेटर अमनदीप सिंह, विशेष शिक्षक प्रवेश कुमारी, स्टाफ नर्स रेनू और रंजना ने भी समर्थन किया।