लचर कानून व्यवस्था के चलते पंजाब में निवेश 85% घटने की जिम्मेदार हैं आप सरकार: तीक्ष्ण सूद

होशियारपुर (द स्टैलर न्यूज़)। पूर्व कैबिनेट मंत्री व वरिष्ठ भाजपा नेता तीक्ष्ण सूद द्वारा जारी प्रेस नोट में कहा गया हैं कि पंजाब के मौजूदा हलात अत्यंत चिंताजनक हो रहे हैं।  पंजाब में राजनितिक अस्थिरता, नशों के बढ़ते चलन तथा लचर कानून व्यवस्था के कारन पंजाब की युवा शक्ति के साथ-साथ भारी निवेश भी विदेशों में जा रहा  हैं।  मौजूदा तथा पिछली सरकारों द्वारा पंजाब की एकमुश्त  तरक्की पर विचार न करने  के कारण पंजाब में प्रति व्यक्ति आय जो की  पहले देश में पहले नंबर पर थी अब घट कर 16 वें नंबर पर चली  गई हैं।  जिससे स्पष्ट हैं कि पंजाब की आर्थिक स्थिति बूरी तरह ध्वस्त हो रही हैं।  पिछले थोड़े ही समय में पंजाब की बिगड़ती हुई हालत के कारण 10 हजार से अधिक उद्योगिक इकाइयां पड़ोसी  राज्यों हरियाणा  तथा उत्तर प्रदेश में स्थानांतरण हो चुकी हैं।

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किसानों के नाम पर पिछले कुछ वर्षों से जो राजनीती हो रही हैं उसका खमियाजा भी पंजाब तथा पंजाब के लोगों को भुगतना पड़ रहा हैं।  कांग्रेस, आम आदमी पार्टी तथा अकाली दल समेत सभी छोटे-बड़े दल कुछ  कथित किसान नेताओं को हथियार बना कर भाजपा को पंजाब में रोकने की जो कोशिश कर रहे हैं उससे भी पंजाब की आर्थिकता को भरी नुकसान हुआ हैं नित प्रति सड़के जाम करने,बॉडरों पर धरने लगने तथा रेले रोकनेकी घटनाओं से  अब कोई भी बाहरी व्यक्ति पंजाब में निवेश करने का इच्छुक नहीं हैं।

1980 के बाद से ही पंजाब में छुट-पुट आतंकबादी घटनाएं होने के कारण तथा धरने-प्रदर्शन से  कानून व्यवस्था की गंभीर स्थिति होने के कारण पंजाब के विकास की गाड़ी पटड़ी पर नहीं चढ़ सकी।  ऐसे ही बहुत से मामलों में माननीय हाई कोर्ट ने दखल अंदाजी करके सरकार को धरने  जाम हटवाने के लिए निर्देश दिए हैं परन्तु मौजूदा सरकार ने भी राजनितिक स्वार्थों के चलते इन धरने प्रदर्शनों तथा रोड जामों को उठाने के लिए न ही कोई ठोस निति अपनाई हैं तथा ना ही कोई उचित करवाई की हैं। श्री सूद के साथ उपस्थित भाजपा नेताओं विजय पठानिया, जिला महामंत्री सुरेश भाटिया बिट्टू, जिला सचिव अश्विनी गैंद, यशपाल शर्मा, राज कुमार, सुखबीर सिंह ने कहा कि ऐसी स्थिति के चलते केवल भाजपा ही पंजाब को इस विकट स्थिति से उभार सकती हैं। 

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