मिशन तंदुरु स्त पंजाब तहत जगरु कता सप्ताह मनाया जाएगा यह सप्ताह : जिलाधीश

होशियारपुर(द स्टैलर न्यूज़),रिपोर्ट: गुरजीत सोनू। जिलाधीश ईशा कालिया ने बताया कि मिशन तंदुरु स्त पंजाब के अंर्तगत यह सप्ताह जागरु कता सप्ताह के तौर पर मनाया जाएगा, ताकि जिला वासियों को डेंगू व बरसात के मौसम में होने वाली बीमारियों से बचने के लिए जागरु क किया जा सके। उन्होंने बताया कि डेंगू का मच्छर पैदा होने से रोकने के लिए प्रशासन की ओर से बड़े स्तर पर जागरु कता अभियान शुरु किया गया है, जिसके आधार पर स्वास्थ्य विभाग व नगर निगम की ओर से संयुक्त तौर पर करीब 20 टीमों का गठन किया गया है। उन्होंने कहा कि आने वाले दिनों डेंगू, मलेरियां व चिकनगुनियां की बीमारियां मच्छर कारण के पैदा होने हो सकती हैं, इस लिए इस मच्छर का लारवा पैदा होने से रोकने के लिए एक मास ड्राइव चलाई जा रही है। उन्होंने कहा कि जहां जिला वासियों को डेंगू का मच्छर न पैदा होने के लिए जागरु क किया जा रहा है, वहीं टीमों की ओर से डेंगू का लारवा चैक करने के लिए चैकिंग भी की जा रही है।

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जिलाधीश ईशा कालिया ने बताया कि आज स्वास्थ्य विभाग की अलग-अलग टीमों की ओर से सलवाड़ा क्षेत्र के 150 घरों में डेंगू, मलेरिया व चिकनगुनिया जैसी बीमारियों के बचाव के लिए इलाका निवासियों को जागरु क किया गया। टीम की ओर से कूलर, गमले व छतो पर पड़े सामान का निरीक्षण करके काफी समय से पड़े पानी को भी नष्ट करवाया गया। उन्होंने बताया कि स्वास्थ्य विभाग व नगर निगम की टीम की ओर से 141 घरों में 273 कंटेनर(कूलर, ड्रम, टायर आदि) चैक किए गए, जिनमें से 3 कंटेनरों में डेंगू का लारवा पाए जाने के चालान काटे गए। टीम की ओर से क्लोरिन की 2000 गोलियां बांट कर जागरु क किया गया कि 20 लीटर पानी में एक गोली का उपयोग किया जा सकता है।

 ईशा कालिया ने बताया कि डेंगू, मलेरिया, चिकनगुनिया जैसे ब्रौन डिजीज से निपटने के लिए हर व्यक्ति का जागरु क होना बहुत जरु री है। जागरु कता से इस बीमारी की दस्तक को रोका जा सकता है। उन्होंने कहा कि प्रशासन की ओर से मिशन तंदुरु स्त पंजाब के अंर्तगत शुरु जागरु कता मुहिम में इस सप्ताह को डेंगू व बरसात के मौसम में होने वाली बीमारियों के संबंधी जागरु कता सप्ताह के तौर पर मनाया जा रहा है, इसी कड़ी में अगले सप्ताह के अंत में एक जागरु कता रैली भी निकाली जाएगी।
जिलाधीश ने बताया कि डेंगू मच्छर के काटने से फैलता है व यह मच्छर खड़े पानी में पैदा होते हैं, इस लिए घरों के आस-पास पानी एकत्र न होने दिया जाए, छप्पड़ों या खड़े पानी में काले तेल का छिडक़ाव किया जाए, ताकि मच्छर का लारवा पैदा ही न हो सके। उन्होंने बताया कि मच्छर के काटने से बचने के लिए दिन के समय पूरे शरीर को ढकने वाले कपड़े पहने जाएं, सोने के समय मच्छरदानी व मच्छर भगाने वाली क्रीमों या तेल का उपयोग करना चाहिए। यदि किसी को कंपकपी के साथ तेज बुखार, तेज सिरदर्द या जोड़ों में दर्द आदि हो तो नजदीकी स्वास्थ्य केंद्र पर तुरंत संपर्क किया जाए।

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