“ओयला” को मिला जिलाधीश और पत्रकारों का साथ, जिलाधीश ने अपने खर्च पर दिल्ली किया रवाना

होशियारपुर (द स्टैलर न्यूज़)। विदेशी मूल की एक लडक़ी जो यहां एक निजी होटल में रह रही थी, को जिला प्रशासन की ओर से सही सलामत दिल्ली के लिए रवाना कर दिया गया है। यह लडक़ी घंटाघर नजदीक एक होटल में रह रही थी व काफी परेशानी थी। जब यह मामला “द स्टैलर न्यूज़” एवं दैनिक समाचारपत्र के संवाददाताओं के ध्यान में आया तो वे युवती को लेकर जिलाधीश अपनीत रियात के पास पहुंचे और युवती ने अपनी समस्या जिलाधीश को बताई। इसके बाद जिलाधीश ने न सिर्फ उसे दिल्ली भेजने का प्रबंध करवाया बल्कि दिल्ली में उसके ठहरने का भी प्रबंध करवाया।

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जानकारी अनुसार युक्रेम से ओयला नामक युवती जनवरी माह में युक्रेन से भारत आई थी और हिमाचल प्रदेश के धर्मशाला में दलाईलामा के मठ में गई थी। वहां कुछ समय रहने के बाद वो वापसी में कुछ दिनों के लिए होशियारपुर में रुक गई थी। मगर, कोरोना वायरस के कारण किए गए लॉकडाउन व करफ्यू के कारण वो यहीं फंस गई थी। वापिस जाने के लिए उसे कई प्रकार की परेशानियों का सामना करना पड़ रहा था।

जिलाधीश ने दिल्ली में ठहरने के लिए करवाया प्रबंध

इसी बीच उसकी भेंट द स्टैलर न्यूज़ व दैनिक हिन्दी समाचारपत्र के संवाददाताओं से हुई और उसने अपनी समस्या बताई। इसी दौरान जहां वो रुकी हुई थी उस होटल प्रबंधकों के साथ बुकिंग को लेकर रुपयों का कोई मामला हो गया और वो और भी परेशान हो गई। होटल वाले ने जितने दिन की बुकिंग थी उतने दिन के सारे पैसे जमा करवाने को कहा, जबकि वो दिल्ली जाना चाहती थी, ताकि सरकार द्वारा उसे व उस जैसे और विदेशियों को उनके देश भेजने का प्रबंध किया जा सकता। जब होटल वाले नहीं माने तो वो और भी परेशान हो गई। इसके बाद 27 मार्च 2020 दिन शुक्रवार को संवाददाता उसे जिलाधीश से मिलाने के लिए मिनी सचिवालय ले गए। जहां पर जिलाधीश ने उसकी बात को पूरी गंभीरता से सुना और तुरंत होटल मामले को हल करवाने के निर्देश देते हुए उसे किसी भी तरह से न घबराने की बात कही। इसके बाद ओयला को थोड़ा हौंसला हुआ। आज 28 मार्च को जिलाधीश ने ओयला की समस्या को समझते हुए न सिर्फ उसे अपने खर्च पर दिल्ली के लिए रवाना किया बल्कि दिल्ली में भी उसके रहने का प्रबंध करवाया।

ओयला का कहना था कि जब वो यहां फंसी और दिल्ली जाने के लिए परेशान हो रही थी तो ऐसे में होटल वाले के साथ हुए पैसों के लेन-देन को लेकर हुए विवाद मामले से और परेशान हो गई थी। वो सोच रही थी कि क्या उसे भारत से जाते समय इस तरह का कड़वा अनुभव साथ लेकर जाना पड़ेगा। लेकिन पत्रकारों का सहयोग मिलने और जिलाधीश मैडम अपनीत रियात द्वारा दी गई मदद से अब उसका कड़वा अनुभव मिठी यादों में बदल गया है। उसने मदद के लिए जिलाधीश व पत्रकारों का धन्यवाद किया।

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