होशियारपुर (द स्टैलर न्यूज़)। कोविड-19 के चलते पहले ही सरकार पर काफी आर्थिक बोझ पड़ रहा है तथा सरकार को आर्थिक तंगी का सामना करना पड़ रहा है। लेकिन भट्ठा उद्योग से जुड़े सरकारी विभाग की उदासीनता से सरकार को रोजाना लाखों रुपये का चूना लगया जा रहा है। जिसे रोकने के लिए सरकार को कड़े कदम उठाने चाहिए। यह जानकारी होशियारपुर तहसील ब्रिक्स क्लिन एसोसिएशन के पदाधिकारीयों ने फघवाड़ा मार्ग पर बिना बिल एवं अन्य शहर से बेचने के लिए लाई गईं ईंटों से भरे ट्रक को पकडऩे दौरान दी।
होशियारपुर तहसील ब्रिक्स क्लिन एसोसिएशन ने गैरकानूनी ढंग से बेचने हेतु ले जाई जा रहीं ईंटों का ट्रक पकड़ा, कार्यवाही की मांग
इस मौके पर प्रधान मनीश गुप्ता, महासचिव पंकज डडवाल, उपाध्यक्ष नमित गुप्ता, कोषाध्यक्ष विक्रम पटियाल, सहकोषाध्यक्ष विशाल वालिया, संदीप गुप्ता, रणदीप सिंह, दिपांशू गुप्ता एवं राहुल गुप्ता आदि ने बताया कि अन्य शहरों से संबंधित भट्ठों से ईंटें लाकर होशियारपुर में बेची जा रही हैं तथा यह बिना बिल एवं लाइसेंस के लाखों की संख्या में बेची जा रही हैं। जिससे सरकार को रोजाना लाखों रुपये का आर्थिक नुकसान पहुंचाया जा रहा है। ऐसे लोगों के पास न तो पक्का बिल होता है और न ही ईंट बेचने का लाइसेंस जोकि जिला फूड एवं सप्लाई विभाग की तरफ से जारी किया जाता है। इतना ही नहीं न ही इनके द्वारा ग्राहक को कोई बिल दिया जाता है। यह सीधे तौर पर पंजाब ब्रिक्स कंट्रोल एक्ट की उलंघना है तथा टैक्स की चोरी बनती है।
उन्होंने कहा कि यह कोई पहला मामला नहीं है, बल्कि पहले भी एसोसिएशन द्वारा इस मामले को उठाया जा चुका है। परन्तु, दुख की बात है कि संबंधित विभाग द्वारा इस तरफ ध्यान दिया जाना जरुरी नहीं समझा जा रहा। एसोसिएशन ने पंजाब सरकार से मांग की कि अन्य जिलों से बिना बिल एवं बिना लाइसेंस के बेची जा रहीं ईंटों पर रोक लगाने के लिए कड़े कदम उठाए जाएं ताकि सरकार को हो रहा आर्थिक नुकसान रोका जा सके।