गढ़शंकर (द स्टैलर न्यूज़)। कृषि कानूनों को रद्द करवाने के लिए किसान आंदोलन में शामिल होने के लिए गांव झोनोवाल, नानोवाल व हिमाचल प्रदेश के गांव काटें से जाने वाले संगठनों को आल इंडिया जाट महासभा के पंजाब के महासचिव अजायब सिंह बोपाराय व बलविंदर सिंह बोपाराय ने हरी झंडी देकर रवाना किया। उक्त संगठनों में शामिल बब्बू बोपाराय, जसवीर सिंह संजू बोपाराय, सतविंदर सिंह सन्नी, अमरजीत सिंह, गुरप्रीत सिंह मान, गुरदीप सिंह बोपारय, जगदीप सिंह सोनू, परमजीत सिंह नानोवाल, गोल्डी दियाल काटें, बिंदा नानोवाल आदि ने कहा कि वह सिंघू बार्डर पर लगाए गए र्मोचे में शामिल होंगे।
उन्होंने कहा कि जब हमारे बुजुर्ग, माताएं और बहने किसानी संग्राम में शामिल है तो हमारा जमीर हमें यहां रहने की इजाजत नहीं देता। उन्होंने कहा कि किसान अंदोलन में अब हम सभी जीत होने तक डटे रहेगे और मोदी सरकार को घुटने टेकने को मजबूर कर देगें। इस समय आल इंडिया जाट महासभा के पंजाब के महासचिव अजायब सिंह बोपाराय व बलविंदर सिंह बोपाराय ने युवाओं के किसान अंदोलन में शामिल होने के लिए रवाना होने के समय कहा कि मोदी सरकार किसानी को खत्म कर सरमाएदारों को फायदा पहुंचाने में लगी है। लेकिन देश का किसान यह नहीं होने देगा।
उन्होंने कहा कि बेमिसाल किसान अंदोलन ने बता दिया कि किसानों की ताकत क्या है। उन्होंने कहा कि मोदी सरकार को तुरंत कृषि विरोधी काले कानूनों को रद्द करना चाहिए और बिजली बिल संशोधन 2020 व पराली जलाने के आर्डीनैंस को भी वापिस लेने चाहिए।