ओलम्पिक में जगह पक्की करने वाले 9 सम्भावी खिलाडिय़ों को खेल मंत्री सोढी ने किया उत्साहित

चंडीगढ़ (द स्टैलर न्यूज़)। ओलम्पिक्स के लिए राज्य की तैयारियों पर संतोष जाहिर करते हुए खेल मंत्री राणा गुरमीत सिंह सोढी ने शनिवार को कहा कि अगले साल जापान में होने वाले ओलम्पिक खेल में पंजाब के एथलीट एक बार फिर देश का नाम रौशन करेंगे। उच्च स्तरीय प्रशिक्षण सुविधाओं के लिए चुने गए 9 प्रतिभाशाली उभर रहे खिलाडिय़ों के साथ बातचीत करते हुए सोढी ने इन खिलाडिय़ों को तैयारियों सम्बन्धी पूर्ण सरकारी सहायता और सुविधाएं देने का भरोसा दिया।

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खेल विभाग के डायरैक्टर डी.पी.एस. खरबन्दा के विशेष प्रयासों द्वारा चुने गए ओलम्पिक्स में जाने की संभावना वाले इन खिलाडिय़ों में उत्कर्ष (तीरअन्दाज़ी), ललित जैन (तीरअन्दाज़ी), दविन्दर सिंह कंग (जैवलिन), अर्शदीप सिंह जूनियर (जैवलिन), राज सिंह राणा जूनियर (जैवलिन), तनवीर सिंह (शॉटपुट्ट), ट्विंकल चौधरी (एथलैटिक्स), गुरिन्दर वीर सिंह (एथलैटिक्स) और लवप्रीत सिंह (एथलैटिक्स) शामिल हैं।

इस सम्बन्धी जानकारी देते हुए खेल विभाग के डायरैक्टर खरबन्दा ने कहा कि हम इन उभर रहे सितारों की वित्तीय सहायता और साजो-समान सम्बन्धी सुविधाओं का पूरा ध्यान रखेंगे। इसलिए इन खिलाडिय़ों का चयन किया गया है जिससे इनको थोड़ी सी मदद देकर आगे बढ़ाकर पंजाब और देश का नाम रौशन किया जा सके। खेल और युवक मामले विभाग के प्रमुख सचिव अनुराग वर्मा, महाराजा भुपिन्दर सिंह पंजाब स्पोर्टस यूनिवर्सिटी (एम.बी.एस.पी.एस) के उप कुलपति लैफ्टिनैंट जनरल (सेवामुक्त) डा. जगबीर सिंह चीमा और पंजाब इंस्टीट्यूट ऑफ स्पोर्टस (पीआईएस) के डायरैक्टर ग्रुप कैप्टन (सेवामुक्त) अमर दीप सिंह खेल मंत्री के साथ थे। उन्होंने कहा कि पंजाब सरकार, ओलम्पिक्स की पदक सूची में पंजाब का स्थान अगुआ राज्यों में पक्का होने के लिए आशावान है।

खेल मंत्री ने कहा कि पंजाब को खेल का पावरहाऊस बनाने की योजना ‘‘कैच-दैम-यंग’’ के उद्देश्य के अंतर्गत अलग-अलग पड़ावों में पहले ही लागू है। बहुत से नौजवानों की पहचान की गई है और विभाग ने ज़मीनी स्तर पर प्रतिभा की खोज करना शुरू कर दिया है। प्रतिभा को निखारने और उनको बड़े स्तर के लिए तैयार करने के लिए चोटी के प्रशिक्षकों को नियुक्त किया जा रहा है। पंजाब में खेल संस्कृति सृजन करने पर केंद्रित यत्नों बारे जानकारी देते हुए राणा सोढी ने कहा कि ज़मीनी स्तर पर अलग अलग राष्ट्रीय प्रोग्रामों जैसे खेलो इंडिया, फिट इंडिया के द्वारा खेल को प्रफुल्लित किया जा रहा है।

इसके अलावा ज़मीनी स्तर की प्रेरणा के लिए कई उपाय भी किये जा रहे हैं। उन्होंने कहा कि भारत ख़ासकर पंजाब के पास देश में मानवीय स्रोतों या प्रतिभा की कोई कमी नहीं है। खेल को गौरव और सत्कार वाले पेशे के तौर पर स्थापित करने के लिए विशेष यत्न की आवश्यकता है। कोविड -19 महामारी के दौरान किये जा रहे उपायों बारे विचार-विमर्श करते हुए कैबिनेट मंत्री ने कहा कि लॉकडाऊन ने लक्ष्यों को बेहतर ढंग से समझने और अपनी योजनाओं को बढिय़ा तरीके से तैयार करने के लिए बहुत अपेक्षित समय दिया है।

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