देश के लिए कुर्बानियां देने वाले वीर सैनिकों को सलाम: संजीव अरोड़ा

होशियारपुर (द स्टैलर न्यूज़)। भारत विकास परिषद होशियारपुर द्वारा एक विशेष बैठक शहीदों की स्मारक समीप ग्रीन व्यू पार्क में प्रधान राजिंदर मोदगिल की अध्यक्षता में आयोजित की गई। जिसमें प्रसिद्ध समाज सेवी एवं संस्था कन्वीनर संजीव अरोड़ा, सफल भारत गुरू परंपरा के प्रधान वीर प्रताप राणा, अश्विनी गैंद आदि गणमान्य विशेष रूप से शामिल हुए। इस अवसर पर भारत विकास परिषद द्वारा सेना दिवस के मौके पर हर साल की तरह 15 जनवरी को देश भर में आर्मी द्वारा देश की थल सेना की वीरता, आदम्य, साहस, शौर्य व उसकी कुर्बानी को याद करते हुए मनाया गया। परिषद द्वारा देश के स्वतंत्रता सैनानियों आर्मी अधिकारियों व सिपाहियों को याद किया गया जिन्होंने देश की आजादी के लिए अपना बलिदान दिया। इस मौके पर शहीदों की स्मारक पर पुष्पमालाएं अर्पित करके उन्हें श्रद्धालंजलि दी गई।

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प्रधान राजिंदर मोदगिल ने अपने संबोधन में बताया कि 15-01-1949 के दिन भारतीय सेना पूरी तरह ब्रिटिश थल सेना से मुक्त हुई थी तथा दूसरी बात यह कि जनरल के.एम करियप्पा ने ब्रिटिश जनरल राये फ्रासिस बुच्चर से कार्यभार लेकर आजाद भारत के पहले सेना प्रमुख बने, जोकि बाद में फील्ड मार्शल बने। इस मौके पर संजीव अरोड़ा ने कहा कि 1776 में आज ही के दिन भारतीय सेना का गठन ईस्ट इंडिया कंपनी ने कोलकाता में किया था। उन्होंने बताया कि इस दिन सैन्य प्रदर्शन, सैन्य प्रेडों व अन्य अधिकारिक कार्यक्रमों के साथ नई दिल्ली तथा पूरे भारत में आर्मी को सलामी दी जाती है तथा सभी सैनानियों व आर्मी अधिकारियों को याद किया जाता है जिन्होंने देश के लिए कुर्बानियां दी थी।

अंत में सचिव एच.के नाकड़ा ने बताया कि परिषद द्वारा कार्गिल दिवस, 1971 के जंगी शहीदों की यादगार दिवस तथा आर्मी दिवस हर वर्ष पूरे उत्साह के साथ मनाया जाता है। उन्होंने आए हुए सभी अतिथियों का धन्यवाद किया। इस अवसर पर परिषद की तरफ से एच.के नाकड़ा, वरिंदर चोपड़ा, विजय अरोड़ा, दीपक मेहंदीरत्ता, रविंदर भाटिया, रितिश सेतिया, राजपूत करणी सेना से वरिंदर सिंह, अश्विनी गैंद प्रधान नई सोच संस्था, सुरजीत लाल वार्ड-13, कुलविंदर सिंह नाहणी वार्ड-19, लखविंदर सिंह आदि मौजूद थे।

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