दसूहा (द स्टैलर न्यूज़),रिपोर्ट: मनु रामपाल। पंजाब प्रदेश कांग्रेस कमेटी के अध्यक्ष सुनील जाखड़ के ईंधन, एलपीजी एवं पेट्रोल डीज़ल के दामों में लगातार हो रही बढ़ोतरी के खिलाफ़ 11 फरवरी को राज्यभर में विरोध प्रदर्शन के आह्वान पर आज हलका विधायक दसूहा अरुण डोगरा ने भी अपने सैंकड़ों पार्टी नेता, कार्यकर्ताओं एवं साथियों सहित बलगन चौंक दसूहा मे धरना प्रदर्शन किया। इस मौके पर विधायक डोगरा ने कहा कि तीन कृषि कानूनों से कुचले जाने के बाद देश के अन्नदताओं और जनता पर यह एक और वार है। भाजपा को आड़े हाथों लेते अरुण डोगरा ने कहा की अब वो नेता कहां दुबके बैठे हैं जो यूपीए सरकार के कार्यकाल में पेट्रोल डीजल के बढ़ते दामों पर कपड़े निकालकर बोल बच्चन करते थे।
उन्होंने कहा की जनता अभी आपका सोशल मीडिया पर वायरल वीडियो नहीं भूली जिसमे वर्तमान प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी, दिवंगत भाजपा नेता अरुण जेटली और प्रकाश जावड़ेकर के बयान दर्ज हैं वीडियो में तब गुजरात के सीएम नरेंद्र मोदी कहते नजर आते हैं कि “जिस तरह से सरकार ने पेट्रोल के दाम बढ़ा दिए, यह दिल्ली सरकार की शासन चलाने की नाकामी का जीता जागता सबूत है। देश की जनता में भारी आक्रोश है। तेल के दाम बढ़ाने से और भी चीजों पर बोझ पडऩे वाला है। सरकार पर भी बोझ बढऩे वाला है। इसलिए उन्होंने कहा कि वह आशा करेंगे कि पीएम देश की स्थिति को गंभीरता से लें और बढ़ाए गए दाम को वापिस लें। “विधायक ने कहा तेल के दाम बढऩे से व्यापारी से लेकर किसान वर्ग तक सबसे अधिक आर्थिक बोझ की मार पड़ती है। उन्होंने कहा कि किसान पहले ही कोरोना महामारी के काल में आर्थिक मार से कर्ज में डूबा हुआ था, फिर केंद्र सरकार के तीन कृषि कानूनो से कुचला गया और अब तेल की कीमतों को लगातार बढ़ाकर सरकार किसानों पर तिहरी मार मार रही है।
विधायक डोगरा ने मोदी पर तंज कसते कहा की उन्हें तो डर इस बात का है कि मोदी जी आज रात गोदी मीडिया पर आकर यह बयान न दे दें कि “मित्रो, चाय बेचते-बेचते मंैने इंजीनियर की डिग्री प्राप्त कर ऐसा अविष्कार पहले ही कर लिया था की गाडिय़ां पेट्रोल से नहीं पेट्रोल का दाम सुनकर ही भागने लगेंगी”। अपने संबोधन के अंत में विधायक ने कहा कि जब पूर्व प्रधानमंत्री मनमोहन सिंह ने सरकार छोड़ दी थी तो गैस सिलेंडर की कीमत 438 रुपये थी जो अब 750 रूपये को पार कर चुकी है। इसी तरह पेट्रोल व डीजल की कीमतों का हाल है। ऐसा उन हालातों में हो रहा है जब 2014 के मुकाबले कच्चे तेल की कीमतें आधे के आसपास हैं। कच्चे तेल की कीमतों में कमी के कारण तेल व गैस की कीमतों में कमी आनी चाहिए थी लेकिन कीमतें लगातार बढ़ती जा रही हैं। डोगरा ने कहा कि इस मुद्दे पर जनता को केंद्र सरकार के विरोध में आवाज बुलंद करनी चाहिए ताकि गाडिय़ों से तेज़ चल रही इनकी जुबान पर ब्रेक लगाई जा सके।
इस अवसर पर सोहन लाल पराशर, परमिंदर बिट्टू, नरेंद्र टप्पू, भुल्ला राना, यौवन बस्सी, राजन मेर, चंदरशेखर बंटी, पवन कुमार भोलू, लखविंदर लक्खा, राकेश पिंकी, राकेश बस्सी, बाऊ राम, लखविंदर पप्पू, सुच्चा सिंह, डा. विनोद, मास्टर गुरमीत, इकलाब सिंह, लखबीर सिंह, भूपिंदर चीमा, मि_ी गिल्ल, सोई, विपन गंभीर, गोपाल सिंह पाल, बल्ली साहिब, कैप्टन लाल सिंह, झीरमिल सिंह, चंदर, रामपाल बब्ब, अवतार तारी, धर्मपाल शर्मा, शंकर उप प्रधान, गुलशन उप प्रधान, मनिंदर लाली यूथ उप प्रधान, सरपंच बाजवा, सरपंच मेशी, राम लाल, बबलू, जगतार गिल, जरनैल बिल्ला, रोहित सिंह, सोनू ठक्कर, जस्सी भोल, सोनू हिम्मतपुर, विनोद बिस्सो चक्क, रविंद्र समिति मैंबर, सरपंच रमेश मेशी, सुख चीमा, बलदेव बुद्दोबरकत, जगदीश सोही, जोगिंदर टेरकियाना, साबी समिति मैंबर, बिट्टी कांवावाली, राजू सौंसपुर, कुलदीप सरपंच, बब्बू सरपंच, लवदीप, मोनू पंडित आदि उपस्थित थे।