गगरेट 04 मई। कोरोना महामारी के चलते सरकार की ओर से सब्जी और ढाबा होटल और रेस्टोरेंट मालिकों को शनिवार और रविवार को दुकान खोलने हेतु सुबह 7 बजे से रात 8 बजे तक की की छूट दी गई है। उसी तरह मिठाई के दुकानदारों तो भी दुकान खोलने की छूट दी जाए।
यह बात गगरेट व्यापार मंडल के प्रवक्ता देवीलाल ने मंगलवार को पत्रकारवार्ता में कही। उन्होंने कहा कि हलवाई और मिठाई विक्रेता जोकि मिठाई के साथ-साथ दूध, दही, पनीर, ब्रेड व मक्खन भी बेचते हैं और सभी जानते हैं कि मिठाई जो कि अक्सर कच्चा मटीरियल होने के कारण बहुत दिन संभाल कर नहीं रखा जा सकता। अब सरकार की बंदिशों के चलते हलवाई बहुत ही परेशान हो रहे हैं। सभी को मालूम है कि दूध, दही, पनीर और मक्खन ब्रेड सुबह बिक्री किया जाता है और इसके बाद यह शाम के वक्त बेचा जाता है। मगर सरकार के तुगलकी फरमानों के चलते हलवाई और मिठाई विक्रेता बहुत ही परेशान हैं। देवीलाल ने कहा कि सब्जी और ढाबा और होटल रेस्टोरेंट यदि शनिवार और रविवार को भी दुकानें खोलकर बैठे हुए है तो हलवाई और मिठाई विक्रेताओं के साथ भेदभाव क्यों किया जा रहा है।
उन्होंने बताया कि हमारे व्यवसाय से बहुत ही लोगों की रोजी-रोटी चली हुई है। कोविड के चलते सरकार की ओर से जो पाबंदियां लगाईं गईं उन्हें नहीं हटाया गया तो इस व्यवसाय से जुड़े हुए दुकानदारों को काफी नुकसान होगा। हलवाई और मिठाई विक्रेता पहले से ही कर्जे में डूबे हैं, उन्हें घर के खर्च निकालने में भी दिक्कत आ रही है। उन्होंने सरकार से मांग की है यदि समय रहते सरकार ने उचित कदम नहीं उठाया हालत बद से बदतर हो जाएंगे।