केन्द्रीय मंत्री के सामने ही राजनीतिक कार्यकर्ता व सरकारी कर्मी उड़ाते रहे सोशल डिस्टेंस की धज्जियां

बछवाड़ा /बेगूसराय/(द स्टैलर न्यूज़), रिपोर्ट: राकेश कुमार। लाॅकडाउन, सोशल डिस्टेंस और इसकी माॅनिटरिंग महज़ एक मजाक बनकर रह गया है। इसका जिता जागता उदाहरण गुरुवार को बछवाड़ा सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र पर देखने को मिला। जहां भारत सरकार के पशुपालन मंत्री गिरिराज सिंह कोरोना महामारी के दौरान चिकित्सा व्यवस्था, एवं सम्पूर्ण लाॅकडाउन के साथ साथ अन्य प्रशासनिक क्रियाकलाप का जायजा लेने पहुंचे थे। इस दौरान नेता, जनता, राजनीतिक कार्यकर्ताओं नें जमकर सोशल डिस्टेंस की धज्जियां उड़ाकर रख दिया। मौके पर मौजूद बछवाड़ा बीडीओ पुजा कुमारी, सीओ नेहा कुमारी समेत अन्य पुलिस बल की एक न चली, सारे माॅनिटरिंग के जिम्मेदार पदाधिकारी मुख दर्शक बने तस्वीरों में देखा जा सकता है। केन्द्रीय मंत्री के निरीक्षण के क्रम में राजनितिक कार्यकर्ता, सरकारी कर्मीयों का हुजूम मंत्री के पीछे पीछे अस्पताल के इस कमरे से उस कमरे की भागदौड़ व पुछताछ के आपाधापी में सरकार द्वारा निर्धारित सोशल डिस्टेंस के निर्धारित मानक दुरी को ताक पर रख दिया।

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जबकि कोरोना संक्रमण के चेन को रोकने हेतु सोशल डिस्टेंस के तहत एक मीटर की मानक दुरी निर्धारित की गई है। स्थानीय निवासी वह समाजिक कार्यकर्ता मनोज कुमार राहुल नें बताया कि जब हमारे मंत्री, विधायक, व सरकारी कर्मी हीं सोशल डिस्टेंस की धज्जियां उड़ा कर वायरस चेन को बढ़ावा दे, और इसके जिम्मेवार बीडीओ, सीओ मुक दर्शक बने रहे। और तो और तेघड़ा अनुमंडल के एसडीओ राकेश कुमार भी इन धज्जियां उड़ाते लोगों पर कोई कार्रवाई करने की हिमाकत नहीं जुटा पाए, तो ऐसे में सड़कों पर निकलने वाले गरीब गुरबों व जरूरतमंदों पर लाठीचार्ज और जुर्माना वसूल करना बेईमानी प्रतीत होती है। अधिकारियों के इस रवैए से छुब्ध सीपीआई के सहाायक अंचल मंत्री प्यारे दास, नरेश चौधरी, राजद नेता रूपेश कुमार छोटु आदि लोगों नेंं बताया कि एक हीं देश में गरीबों और रसुखदारों के लिए दो अलग-अलग कानून कैसे लागू हो गयी। मामले की जांच करते हुए सोशल डिस्टेंस की धज्जियां उड़ाने वाले लोगों के खिलाफ एफआईआर दर्ज कराने की मांग जिलाधिकारी से की है।

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