नई दिल्ली (द स्टैलर न्यूज़)। बांग्लादेश की राजधानी ढाका में स्थित इस्कॉन राधाकांता मंदिर पर गुरुवार शाम भीड़ ने धावा बोल दिया। यह मंदिर ढाका के वारी में 222 लाल मोहन साहा स्ट्रीट में बना हुआ है। गुरुवार शाम करीब 7 बजे हाजी सैफुल्लाह की अगुवाई में 200 से अधिक लोग मंदिर में जबरन घुसे और तोडफ़ोड़ शुरू कर दी। यही नहीं भीड़ ने मंदिर में लूटपाट भी की। इस दौरान मंदिर में मौजूद कुछ लोगों से मारपीट भी की गई, जिस वजह से वह घायल हो गए।
आपको बता दें कि बांग्लादेश में पिछले कुछ साल में हिंदुओं और उनके मंदिर पर हमले की घटनाएं लगातार बढ़ी हैं। पिछले साल ही नवरात्रि के दौरान कुछ दुर्गा पूजा पंडालों पर हमले किए गए थे। इस दौरान कई मंदिरों पर भी हमले हुए थे। इस हिंसा में 2 हिंदुओं समेत 7 लोगों की मौत हुई थी। तब भी ढाका स्थित इस्कॉन मंदिर पर हमला हुआ था। बांग्लादेश की कुल आबादी 16.5 करोड़ है. इसमें हिंदू लोगों की संख्या करीब 9 प्रतिशत है। पिछले 3-4 साल में हिंदुओं पर हमले के मामले बढ़े हैं। कुछ कट्टरपंथी लगातार इस तरह के हमले कर रहे हैं।
इस्कॉन इंडिया के वाइस प्रैजीडैंट राधारमण दास ने ट्विटर पर इस हमले की कड़ी निंदा की है। उन्होंने कहा कि डोल यात्रा और होली समारोह की पूर्व संध्या पर यह बहुत ही दुर्भाग्यपूर्ण घटना है। उन्होंने लिखा, “हमें आश्चर्य है कि संयुक्त राष्ट्र हजारों असहाय बांग्लादेशी और पाकिस्तानी अल्पसंख्यकों की पीड़ा पर चुप्पी साधे हुए है। इतने सारे हिंदू अल्पसंख्यकों ने अपनी जान, संपत्ति खो दी है, लेकिन अफसोस है कि संयुक्त राष्ट्र चुप है। उन्होंने ये भी लिखा कि ‘द कश्मीर फाइल्स’ ने हिन्दुओं को जगाया है, फिर से मत सोना।